भीलवाड़ा : चार साल पहले ट्रैप में पकड़े गए यूआईटी तत्कालीन एक्सईएन सतीश कुमार शारदा के विरुद्ध आय से अधिक संपति का मामला एसीबी ने दर्ज किया है। पूर्व एक्सईएन शारदा की नौकरी के 20 सालों में वैध आय 1.25 करोड़ रुपए थी, जबकि एसीबी की जांच में संपत्ति 3 करोड़ से ज्यादा मिली। अब चित्तौड़गढ़ एसीबी चौकी में मामला दर्ज होने के बाद एएसपी विक्रमसिंह ने जांच शुरू कर की है।
यह था मामला एसीबी उदयपुर के डीआईजी राजेन्द्रप्रसाद गोयल ने बताया कि 3 दिसंबर 2020 को भीलवाड़ा यूआईटी के तत्कालीन एसई रामेश्वरप्रसाद शर्मा, तत्कालीन कार्यवाहक एक्सईएन सतीशकुमार शारदा और तत्कालीन एईएन अतिरिक्त प्रभार एक्सईएन ब्रह्मालाल शर्मा को एसीबी ने एक लाख रुपए की रिश्वत मांगने के मामले में ट्रैप किया था। इन अधिकारियों के खिलाफ परिवादी राहुल डाड ने अपनी फर्म मैसर्स श्यामलाल डाड द्वारा करवाए विभिन्न निर्माण कार्यों के बिलों का भुगतान करने की एवज में रिश्वत राशि की मांग करने और एक लाख की रिश्वत लेने की शिकायत की थी। इस मामले में प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान किया। चार्जशीट विशिष्ट न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम सेशन न्यायालय भीलवाड़ा में पेश की गई। ट्रैप कार्रवाई में तत्कालीन कार्यवाहक एक्सईएन आरसी व्यास कॉलोनी निवासी सतीश कुमार शारदा के मकान, प्रतिष्ठानों की तलाशी ली गई।
आय से अधिक मिली संपत्ति तलाशी में पाया गया कि सतीश कुमार शारदा के सेवानिवृत्ति से पहले 20 साल की नौकरी की अवधि नौ मार्च 2000 से 3 दिसंबर 2020 तक वैध आय 1 करोड़ 25 लाख रुपए के लगभग थी। एसीबी द्वारा जांच की गई अवधि में शारदा की परिसंपत्तियां 3 करोड़ से ज्यादा होना पाया गया, जो ज्ञात स्त्रोत आय से करीब 200 प्रतिशत ज्यादा है। बताया गया कि विभिन्न बैंकों में कुल 25 एफडीआर में निवेश, खुशाल सिक्योरिटी में निवेश, भारतीय डाकघर में (पीपीएफ खाता) सावधि जमावार खातों में निवेश, भारतीय डाकघर के पीपीएफ खाता में निवेश, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी में निवेश राशि, एचडीएफसी इंश्योरेंस की पॉलिसी, 5 बैंक खातों में बैलेंस, आरोपी एवं उनकी पत्नी ज्योत्सना शारदा के कुल छह भूखंड की राशि, पंजीयन शुल्क राशि सहित कुल लागत राशि, आरोपी की पत्नी के नाम दो कार सहित अन्य परिसंपत्तियां मिली।