झुंझुनूं : झुंझुनूं में क्रांतिकारी शहीद भगत सिंह की जयंती पर शुक्रवार को अखिल भारतीय किसान महासभा की ओर से किसान संकल्प सभा और रैली निकाली गई। साथ ही किसान मजदूर भवन का शिलान्यास भी हुआ। गणितज्ञ डॉक्टर घासीराम द्वारा दान दी गई भूमि पर भवन का शिलान्यास किया गया।
संकल्प सभा को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय महासचिव सांसद राजाराम सिंह ने कहा कि खेती के निगमीकरण के लिए केंद्र की मोदी सरकार भरसक प्रयास कर रही हैं। तीन काले कृषि कानूनों के खिलाफ 13 महीने दिल्ली की सरहदों पर चले ऐतिहासिक किसान आंदोलन ने मोदी सरकार को घुटने टेकने के लिए मजबूर कर दिया।
देश की जीडीपी में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले आंदोलनकारी किसानों को बदनाम करने की सत्ताधारी दल की जारी मुहिम को और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सांसद बोले- संसद से सड़क तक संघर्ष करेंगे
सांसद कामरेड सुदामा प्रसाद ने कहा- देशभर में घाटे की खेती के कारण किसानों द्वारा खेती का एक हिस्सा बंटाई पर देने से बंटाईदार किसानों को कोई सरकारी सहूलियत नहीं मिल रही है। फ्रॉड कंपनियों द्वारा मेहनतकश जनता का लूटा धन उन्हें मिले, इसके लिए संसद में जोरदार ढंग से आवाज उठाई। बंटाईदार किसानों का रजिस्ट्रेशन कर उन्हें भी सरकारी सुविधा मिले, इसके लिए संघर्ष जारी है ।
किसान बोले- संघर्ष को तेज करेंगे
अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कामरेड प्रेम सिंह गहलावत ने कहा कि मध्य प्रदेश के मंदसौर में 6 किसानों की शहादत के बाद किसान आंदोलन राष्ट्रव्यापी रूप ग्रहण कर चुका है, जो 500 किसान संगठनों के बने संयुक्त किसान मोर्चा की एमएसपी को कानूनी गारंटी देने की लोकप्रिय मांग बन चुकी है, अखिल भारतीय किसान महासभा मोर्चे के प्रमुख घटक के रूप में संघर्ष को तेज करेगी।
कॉर्पोरेट लूट से बचाना उद्देश्य
अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव कामरेड गुरुनाम सिंह ने कहा कि शहीद ए आजम भगतसिंह की जयंती पर सभी उपस्थित किसानों को संकल्प लेना होगा कि पंजाब व हरियाणा के किसानों की तरह हमें पुरजोर ढंग से देश की खेती व किसानों को कार्पोरेट लूट से बचाना होगा।
इन्होंने भी किया संबोधित
सभा को भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) के राज्य सचिव कॉमरेड शंकरलाल चौधरी, कामरेड गोरा सिंह ( पंजाब), कामरेड शोभा सिंह (एपवा नेत्री बिहार), कामरेड रामकरण चौधरी चुरू, कामरेड गौतम लाल मीणा(सलूंबर), कामरेड रंगलाल प्रतापगढ, कामरेड शांतिलाल (चितौङगढ), फूलचंद बर्वर, कामरेड रमेश चौधरी, कैलाश यादव, कामरेड ओमप्रकाश झारोडा, कामरेड इंद्राज सिंह चारावास, कामरेड मूलचंद खंरिटा, कामरेड सुरेश महला, अनिल कुमार ( टोनी ), कामरेड सुमेर सिंह बुडानिया, कामरेड राजबीर कुलड़िया ( चुरू) सहित अन्य कई वक्ताओं ने संबोधित किया।
रैली निकालकर ज्ञापन सौंपा
संकल्प सभा के बाद किसानों की ओर से झुंझुंनू केंद्रीय सहकारी बैंक तक रैली निकाली गई। उसके बाद एम एस पी को कानूनी गारंटी देने, एमएसपी एम एस स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश अनुसार लागत का डेढ़ गुणा भाव तय करने, सन 1994 के समझौते के अनुसार डी पी आर बनाकर यमुना नहर का पानी झुंझुनू जिले में लाने, ओलावृष्टि व शीत प्रकोप से नष्ट हुई रबी 2022-23 की फसलों के मुआवजे से वंचित किसानों को तुरंत मुआवजा देने सहित 15 सूत्री मांग को लेकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया। इस दौरान अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कामरेड फूलचंद ढेवा, कामरेड रामचंद्र कुलहरि अन्य लोग मौजूद रहे। शनिवार को सामुदायिक विकास भवन में राज्य सम्मेलन भी होगा।