सेना से रिटायर्ड जवान और भाई को पीटा:पैर टूटे,सिर में आए टांके; लाइनमैन बोला- सरपंच ने साथियों के साथ मिलकर किया हमला
सेना से रिटायर्ड जवान और भाई को पीटा:पैर टूटे,सिर में आए टांके; लाइनमैन बोला- सरपंच ने साथियों के साथ मिलकर किया हमला

झुंझुनूं : स्कॉर्पियो और बोलेरो कैम्पर में आए बदमाशों ने सेना से रिटायर्ड जवान और उसके भाई पर जानलेवा हमला कर दिया। बदमाशों ने दोनों को सड़क पर गिराकर लाठी-डंडों से जमकर पीटा। इस दौरान बिजली विभाग में लाइनमैन भाई जान बचाकर वहां से भाग निकला। जानलेवा हमले में घायल दोनों भाइयों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। मामला झुंझुनूं के गुढ़ागौड़जी थाना क्षेत्र का है।
लाइनमैन ने आरोप लगाया है कि उसने सरपंच के खिलाफ बिजली चोरी करने और राजकार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज कराया था। इसी रंजिश के चलते सरपंच ने उस पर और उसके 2 भाइयों पर हमला कर दिया।

लाठी-डंडों से किए ताबड़तोड़ वार SHO राममनोहर ने बताया- फीडर इंचार्ज (लाइनमैन) भवानी सिंह ने बताया- बुधवार रात 9 बजे वह छावसरी गांव के बस स्टैंड पर सेना से रिटायर्ड अपने बड़े भाई खींव सिंह और अभय सिंह के साथ खड़ा था। इसी दौरान केड़ गांव का सरपंच रविराज सिंह अपने 10 से 15 साथियों के साथ स्कॉर्पियो और कैम्पर में आया और लाठी-डंडों से उन पर हमला कर दिया।
भवानी सिंह ने बताया- हमले के दौरान वह अपनी जान बचाकर भाग निकला। कुछ देर बाद वह अपने कुछ साथियों को लेकर मौके पर पहुंचा तब तक आरोपी उसके दोनों भाइयों को मरा समझकर छोड़ गए। उसने दोनों भाइयों को राजकीय बीडीके अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनका इलाज चल रहा है। हमले में खींव सिंह के दोनों पैर फ्रैक्चर हो गए और सिर में 6 टांके आए हैं। वहीं अभय सिंह के सिर में 4 टांके आए हैं और पैरों में चोट है।
सरपंच के खिलाफ दर्ज कराया था मुकदमा भवानी सिंह ने बताया- 27 जनवरी को 2024 को केड़ गांव में डीपी से बिजली चोरी की शिकायत मिली थी। मैं अपने एक साथी को बाइक पर लेकर सरपंच रविराज सिंह के घर के पास पहुंचा। यहां एक डीपी पर अवैध रूप से लाइन डालकर बिजली चोरी की जा रही थी। मैंने शटडाउन लेकर जैसे ही तार हटाया तो सरपंच रविराज सिंह हाथ में तलवार लेकर घर के बाहर आया। इस पर मैंने कहा कि तलवार को दूर रखो, यह ठीक नहीं है। इस पर सरपंच गाली गलौज पर उतर आया। तलवार दिखाकर बोला- तेरी गर्दन उतार दूंगा। मेरी परमिशन के बिना तेरा यहां क्या काम है, तार तो ऐसे ही लगेगा।
इस पर मैंने कहा- सरपंच जी, मुंह संभाल कर बोलो, सही बोलो, गाली मत दो। सरपंच ने फीडर इंचार्ज को धमकाते हुए वहां से चले जाने को कहा। इस पर भवानी ने कहा- यहां डीपी लगी हुई है। डीपी चेक करना ही मेरा काम है। इतना ही गुस्सा आता है तो ढाई हजार रुपए बनते हैं फाइन के भर दीजिए। इस पर सरपंच आग बबूला हो गया और कहा- तू निकल जा यहां से। तुझे बहुत महंगा पड़ जाएगा। तू मेरा कुछ भी बिगाड़ नहीं पाएगा। इसके बाद मैंने सरपंच के खिलाफ राजकार्य में बाधा का केस दर्ज करवाया था। केस के बाद से ही सरपंच रविराज मुझसे रंजिश रखे हुए था।
भवानी सिंह ने आरोप लगाया कि रविराज मुकदमा वापस लेने के लिए उस पर दबाव बना रहा था। परिवार के लोगों को जान से मारने की धमकी दे रहा था। इसके चलते ही सरपंच ने बदमाशों के साथ मिलकर उसके भाइयों पर हमला किया है।

गाड़ियों में आए बदमाश, लाठी-डंडों से किया हमला यह पूरी वारदात सर्किल के पास एक घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहा है कि एक काले रंग की बोलेरो कैम्पर वहां खड़ी है। इतने में एक सफेद रंग की स्कॉर्पियो और एक बोलेरो कैम्पर यहां आकर रुकती है। इन गाड़ियों में बैठे बदमाश लाठी-डंडों से वहां खड़े भाइयों पर हमला कर देते हैं।
हथियारों से लैस बदमाश वहां खड़े 2 युवकों को लाठी-डंडों से पीटने लगते हैं, जबकि एक युवक वहां से काले रंग की बोलेरो कैम्पर को लेकर भाग जाता है। कुछ देर बाद सभी बदमाश वहां से फरार हो जाते हैं।