कोटा : हाल ही में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय द्वारा भारत मंडपम नई दिल्ली के अंतराष्ट्रीय मुख्य सभागार में आयोजित विश्व खाद्य भारत 2024 कार्यक्रम एवं एफएसएसएआई द्वारा आयोजित वैश्विक खाद्य नियामक सम्मेलन 2024 के दूसरे संस्करण का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, राज्य मंत्री अनुप्रिया सिंह पटेल, प्रह्लाद जोशी मिनिस्टर ऑफ़ कंस्यूमर अफेयर्स फ़ूड एंड पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के सचिव अपूर्व चंद्र, एफएसएसएआई से सीईओ कमल वर्धन राव, कृषि और किसान कल्याण विभाग के सचिव देवेश चतुर्वेदी, कंस्यूमर अफेयर्स विभाग की सचिव निधि खरे, पुन्या सलिला श्रीवास्तव ओएसडी वैश्विक खाद्य सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा खाद्य गुणवत्ता और खाद्य सुरक्षा के महत्व पर भी प्रकाश विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ), विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ), खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ), कोडेक्स एलिमेंटेरियस आयोग, यूरोपीय खाद्य सुरक्षा प्राधिकरण और संयुक्त खाद्य सुरक्षा और अनुप्रयुक्त पोषण संस्थान, अमेरिका जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों के हितधारक वैश्विक खाद्य नियामक भी इस सम्मेलन में हिस्साखाद्य सुरक्षा नियामकों और जोखिम मूल्यांकन प्राधिकरणों, अनुसंधान संस्थानों और विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधियों सहित 70 से अधिक देशों के प्रतिनिधियो ने इस वैश्विक शिखर सम्मेलन में भाग लिया। कोटा शिक्षा नगरी से एक मात्र युवा मैनेजमेंट विश्लेषक डेवलपमेंट प्रक्टिशनर ,इंडस्ट्री स्टार्टअप सलाहकार एवं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के आइआइपीएस मुंबई विश्वविधयालय के एलुमनी युवा नयन प्रकाश गाँधी ने इसमें सहभागिता की और साथ ही विभिन्न देशो के प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात की और भारत मंडपम के अंतराष्ट्रीय मुख्य सभागार में एफएसएसएआई द्वारा आयोजित रीजनल कॉन्क्लेव में पैनल डिस्कशन में चर्चा की।
गाँधी ने पैनल डिस्कशन के दौरान फ़ूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री को बढ़ावा देने हेतु लोकल प्रोडक्ट मैन्युफैक्चरर स्माल मीडियम इंडस्ट्रीज, सेल्फ हेल्प ग्रुप आदि के जन समूह को अधिकाधिक आवश्यक क्षमता संवर्धन, पैकेजिंग स्टैण्डर्ड मैनुअल्स, लेबलिंग आदि पर प्रशिक्षित करने हेतु एक स्टैण्डर्ड पालिसी मैकेनिज्म के लिए सुझाव दिए। ताकि लोकल प्रोडक्ट की उच्च स्तरीय आकर्षक पैकेजिंग, लेबलिंग, नूट्रिशियन वैल्यूज आदि से प्रोडक्ट को ग्लोबल मार्किट में एक्सेप्ट किया जा सके। गाँधी ने बताया की आज लोकल टू ग्लोबल जाने का अवसर भारत जैसे युवा जनसंख्या वाले देश के पास अधिकाधिक है, आज पुरे विश्व की निगाहे दृष्टि भारत में मौजूद बिजनेस की सम्भावनाओ को भुनाने का है आज हमें ग्लोबल इंटीग्रेटेड सस्टेनेबल अप्प्रोच के साथ शीघ्र अतिशीघ्र माननीय प्रधानमंत्री के “वसुधैव कुटुम्बकम- एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य” के दृष्टिकोण के अनुरूप आगे बढ़ना होगा। गाँधी समेकित रूप से इंडस्ट्री स्टार्टअप को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए आवश्यक विषयो पर कैपेसिटी बिल्डिंग करने में कई वर्षो से संलग्न है,एवं फ़ूड प्रोसेसिंग से समबन्धित युवा स्टार्टअप को उत्कृष्ट पैकेजिंग, लेबलिंग, ट्रेडमार्क क्वालिटी कण्ट्रोल हेतु उचित मार्गदर्शन में सतत प्रयासरत रहते है।