रोड निर्माण की डेडलाइन निकली, 11 में से केवल 4 किमी ही बनी, वह भी उधड़ी
रोड निर्माण की डेडलाइन निकली, 11 में से केवल 4 किमी ही बनी, वह भी उधड़ी

नीमकाथाना : शहर में सड़कों पर बने गड्ढे। शहरी क्षेत्र में 11 किमी फोरलेन सड़क निर्माण के लिए पीडब्ल्यूडी ना तो अतिक्रमण चिन्हित कर पाया है और ना ही पेड़ व पोल शिफ्ट किए गए। बिजली लाइन शिफ्टिंग के लिए एवीएनएल को 76.28 लाख रुपए जमा करवाएं हैं। फिलहाल बिजली लाइनों को शिफ्ट करने का काम शुरू हुआ है। पीडब्ल्यूडी एक्सईएन आरके सैनी ने बताया कि फोरलेन सड़क निर्माण के लिए 181 पेड़ों को हटाया जाना है।
गड्ढों भरी सड़क पर रोजाना हो रहे हैं हादसे : खेतड़ी मोड़ से औद्योगिक क्षेत्र तक गड्ढों भरी सड़क पर अब तक टैंपो पलटने के 10 से अधिक हादसे हो चुके हैं। गनीमत रही कि कोई बड़ी घटना नहीं हुई। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है। लोगों में सड़क निर्माण नहीं होने से नाराजगी बढ़ रही है। करीब 6 किमी सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त है। ^शहरी क्षेत्र में फोरलेन सड़क निर्माण के लिए अतिक्रमण, पेड़ हटाने व यूटिलिटी शिफ्टिंग बड़े मसले हैं। इसके लिए कार्रवाई शुरू की गई है। उम्मीद है जल्द ही रोड निर्माण हो सकेगा। आरके सैनी, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी भास्कर संवाददाता | नीमकाथाना शाहपुरा चिड़ावा स्टेट हाइवे-13 को मांकड़ी रेलवे फाटक से सिरोही नदी बाईपास तक 11 किमी तक फोरलेन करने का काम अधरझूल में पड़ा है। इसके कारण शहरवासी परेशानी। पीडब्ल्यूडी ने 15 अक्टूबर 2023 को सड़क निर्माण के लिए 18.47 करोड़ रुपए का वर्क आर्डर जारी किया था।
इसकी डेडलाइन 14 सितंबर थी। लेकिन विडंबना ये है कि रोड अभी तक केवल 4 किमी तक ही बन पाई है। वह भी कई जगहों से उखड़ गई है। पांच महीनों से सड़क निर्माण बंद है। इसकी बड़ी वजह ये है कि प्रशासन ना तो रोड सीमा में आ रहे अतिक्रमण को हटा पा रहा है और ना ही पेड व पोल शिफ्ट किए गए। नतीजा त्योहारी सीजन से पहले लोगों की परेशानी बढ़ गई है। शहरी क्षेत्र में सड़क पूरी तरह गड्ढों में तब्दील हो चुकी है, लेकिन अधिकारियों का इस पर ध्यान नहीं हैं। पांच महीनों से लोग गड्ढ़े, कंक्रीट, हादसे व धूल-मिट्टी से परेशान हैं।