जनमानस शेखावाटी संवाददाता : अनिल शर्मा
शिमला : ग्राम शिमला में जल ग्रहण उपसमिति के सौजन्य से सत्नारायण कॉन्टैक्टर जयसिंहपुरा द्वारा राज्य सरकार के आदेश क्रमांक झुंझुनूं WDC / 03/ 2021-22 EAP 23_24 की अनु पालना में 10 लाख की लागत से ग्राम शिमला में स्ट्रीट लाइट लगाई गई थी। कुछ लाइट तो उसी समय खराब हो गई थी। जिनको समाजसेवी राजेंद्र यादव द्वारा निजी खर्चे से ठीक करवाया गया था। लेकिन कुछ समय बाद अधिकतर लाइट ही खराब हो गई। यह कार्य 6 मई 24 को ठेकेदार ने पूर्ण किया था चार माह बाद ही अनेक लाइट खराब हाल में पड़ी हुई है ठेकेदार उनको ठीक नहीं करवा रहा है। ठेकेदार को जब फोन किया गया तो ठेकेदार ने कहा कि अब मेरी कोई गारंटी नहीं है।
अब लाइटों को ठीक करवाने का काम ग्राम पंचायत का है। ग्रामीणों का कहना है कि ठेकेदार ने घटिया सामग्री से निर्मित लाइट लगाई जो तुरंत ही खराब हो गई। यहीं नहीं इसी ठेकेदार ने शिमला में अमृत सरोवर तालाब का भी घटिया सामग्री से निर्माण करवाया है। जिसकी उदघाटन के 5 दिन बाद ही दीवार अपने आप गिर गई। ग्रामीणों ने ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट करवाने की मांग की है। तथा खराब पड़ी लाइटों को ठीक करवाने की मांग की है।