महामाया मंदिर नवलगढ़, तीन दिवसीय मेला का हुआ समापन
ब्रह्मचारी गणेश चैतन्य महाराज का पुष्पमाला पहनाकर व सोल ओढ़ाकर सम्मान किया

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : सुभाष चन्द्र चौबदार
नवलगढ़ : कस्बे के महामाया मंदिर, में तीन दिवसीय मेले का हुआ समापन, तीसरे दिन जगद्गुरु सांवर देवाचार्य महाराज एवं ब्रह्मचारी गणेश चैतन्य महाराज के सानिध्य में माता को भोग लगाकर भंडारे का हुआ प्रारंभ। महामाया शक्तिपीठ पीठाधीश्वर सवरदेवाचार्य महाराज ने बताया पूरे भारतवर्ष में 14 विग्रह स्थापना इसी मंदिर में नवलगढ़ में है इससे बड़ा कोई मंदिर नहीं माता की कृपा से वर्ष में चार बार मेले का आयोजन यहां किया जाता है। हर साल की भांति इस साल भी मेले में हजारों भक्त माता के मंदिर में धोक लगाने पहुंचे हैं। दिल्ली एवं देश विदेश से इस मेले में भक्तों का आगमन होता है जिनको संतान नहीं होती उन भक्तों को माता की कृपा से संतान प्राप्ति होती है और वह उनकी कुलदेवी हो जाती है फिर जात जडूला देने भक्त आते हैं। मेला के पावन पर्व पर पिछले छः साल से निशुल्क भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसके मुख्य अतिथि एवं मुख्य यजमान कैलाश चोटिया उपाध्यक्ष नगरपालिका नवलगढ़ की अगुवाई में व शहर के प्रबुद्धजनों के द्वारा तीन दिवसीय भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमे बी एल रणवा, अनु महर्षि, ओमी पंडित, श्रीकांत पारीक बाबूलाल जोशी डीपी शर्मा रमाकांत पारीक मुरली मनोहर चोबदार आनंद सिंह ठाकुर रविंद्र पुरोहित सुभाष चोबदार व अन्य गणमान्य नागरिकों का सहयोग रहा।