तांत्रिक ने बीमारी ठीक करने के लिए डंडों से पीटा,मौत:बेटा बोला- पिता को 5 दिन टॉर्चर किया; हाथ-पैर से मांस निकल रहा था
तांत्रिक ने बीमारी ठीक करने के लिए डंडों से पीटा,मौत:बेटा बोला- पिता को 5 दिन टॉर्चर किया; हाथ-पैर से मांस निकल रहा था

कोटा : तांत्रिक की पिटाई से एक व्यक्ति की मौत का मामला सामने आया है। बेटे का कहना है कि पिता बीमार थे तो उन्हें तांत्रिक के पास लेकर गए। तांत्रिक ने झाड़फूंक कर डंडों से पीटा। करीब पांच दिन टॉर्चर किया। इससे उनकी हालत खराब हो गई।
5 दिन बाद रात को तांत्रिक ने अपने जमाई की गाड़ी से पिता को कोटा भेज दिया। अगले दिन सुबह मैंने पिता की हालत देखी तो उनके शरीर पर नीले निशान थे। उंगलियां फटी हुई थी और हाथ-पैर से मांस निकल रहा था। गंभीर हालत में पिता को कोटा हॉस्पिटल लेकर गया, जहां इलाज के दौरान मौत हो गई। मामला कोटा के सुल्तानपुर थाना क्षेत्र का है। तांत्रिक का पिटाई करने का वीडियो भी सामने आया है।
कोटा ग्रामीण एसपी करन शर्मा ने बताया- पीड़ित परिवार ने 1 अगस्त को शिकायत दी है। मामले की जांच सीओ शिवम जोशी को दी गई है।

दिमागी बीमारी का इलाज कराने तांत्रिक के पास लेकर गए
बृजमोहन सुमन (52) कोटा के बापू नगर, कुन्हाड़ी इलाके का रहने वाला था। उसके बेटे हरिशंकर (20) ने बताया- उसके पिता स्टोन फैक्ट्री में काम करते थे। पिता की तबीयत खराब होने पर लोगों ने सुल्तानपुर में तांत्रिक के पास जाकर इलाज करवाने की सलाह दी। लोगों का कहना था कि दिमागी बीमारी का तांत्रिक के पास ही इलाज है। इसके बाद मां और मामा के साथ पिता को कोटा शहर से 60 किमी दूर सुल्तानपुर ले गया। वहां जाकर पता लगा कि झोटोली रोड तलाई पाड़ा में एक तांत्रिक ऐसी बीमारियों का इलाज करता है।
हरिशंकर ने बताया- 21 जुलाई को तांत्रिक से मिलकर पिता की बीमारी के बारे में बताया। तांत्रिक ने बीमारी ठीक करने के एवज में 11 हजार 500 रुपए मांगे। इस पर मैं पिता, मां और मामा को तांत्रिक के पास छोड़कर कोटा आ गया। उस रात तांत्रिक ने पिता के हाथ बांधकर शराब के नशे में डंडों से पीटा। मामा ने रात को ही फोन करके मुझे पूरी बात बताई और तुरंत सुल्तानपुर आने के लिए कहा। मैं रात 11 बजे कोटा से रवाना होकर 1 बजे सुल्तानपुर पहुंचा तो पिता सो रहे थे।
पिता के शरीर पर थे चोट के निशान
22 जुलाई की सुबह देखा तो उनके शरीर पर मारपीट के निशान थे। तांत्रिक से इस बारे में पूछा तो उसने जल्द आराम आने की बात कही। 23 जुलाई को पैसों का इंतजाम करने मैं फिर कोटा आ गया। उस रात भी तांत्रिक ने शराब के नशे में पिता को डंडों से पीटा। 24 जुलाई के दिन पैसे की व्यवस्था करके सुल्तानपुर गया तो तांत्रिक ने मेरे सामने भी पिता को सड़क पर दौड़ाकर डंडों से मारा तो पिता जोर-जोर से चिल्लाने लगे। ये देखकर मुझसे रहा नहीं गया और तांत्रिक को इलाज करने से मना कर दिया। मैंने कहा कि डॉक्टर से इलाज करवा लेंगे। पिता को ले जाने लगा तो तांत्रिक ने मुझ पर डंडे से वार कर दिया।

पुलिसकर्मियों ने तांत्रिक का दिया साथ
हरिशंकर ने बताया- जान बचाकर मैं सुल्तानपुर थाने पहुंचा और पुलिस को साथ लेकर गया। पुलिसकर्मी भी पिता की हालत देखकर अचंभित हो गए। पुलिसकर्मियों ने पिता को हॉस्पिटल ले जाने की सलाह दी। उस वक्त रात के 11 बज चुके थे। उस दौरान तांत्रिक ने पुलिसकर्मियों को न जाने क्या पाठ पढ़ाया। पुलिसकर्मी हमसे ही गाली-गलौज करने लग गए। इस पर मैं कोटा आ गया और माता-पिता दोनों सुल्तानपुर में रहे।
माता-पिता को धमकाकर कागज पर लिया साइन
पीड़ित ने बताया- 25 जुलाई को पिता की गंभीर हालत देखकर तांत्रिक ने माता-पिता को धमकाया और एक कागज पर साइन करवा लिए। रात 9 बजे तांत्रिक ने अपने जमाई की गाड़ी से दोनों को कोटा भेज दिया। 25 जुलाई की रात को मैंने पिता को खाना खिलाकर सुला दिया। 26 जुलाई की सुबह पिता की हालत देखी तो उनके शरीर पर नीले निशान थे। नाखून व उंगलियां फटी हुई थी। हाथ-पैर से मांस निकल रहा था।
हॉस्पिटल में भर्ती कराने के 15 मिनट बाद मौत
हरिशंकर ने बताया- गंभीर हालत में पिता को कोटा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल लेकर गया, जहां भर्ती करने के 15 मिनट बाद ही उनकी मौत हो गई। पिता की मौत के बाद मुझे कुछ समझ नहीं आया। मैंने शव का पोस्टमॉर्टम भी नहीं करवाया। तीये के बाद 1 अगस्त को ग्रामीण एसपी को शिकायत दी। बेटे का आरोप है कि तांत्रिक की पिटाई से पिता की मौत हो गई।