जल भराव की समस्या का करें स्थाई समाधानः सत्यानी
जिला कलक्टर पुष्पा सत्यानी ने जिले के सरदारशहर मुख्यालय पर जल भराव क्षेत्रों का किया निरीक्षण, गेनाणी व एसटीपी की व्यवस्थाओं का लिया जायजा, बैठक में अधिकारियों को दिए निर्देश

चूरू : जिला कलक्टर पुष्पा सत्यानी ने शुक्रवार शाम को जिले के सरदारशहर उपखंड मुख्यालय पर जल भराव क्षेत्र, गेनाणी व एसटीपी का निरीक्षण किया तथा उपखंड अधिकारी कार्यालय में अधिकारियों की बैठक लेकर समुचित दिशा निर्देश दिए।
जिला कलक्टर पुष्पा सत्यानी ने एसबीडी कॉलेज के सामने मेगा हाईवे पर जल भराव क्षेत्र तथा ताल मैदान का निरीक्षण कर कहा कि जल भराव जैसी समस्याओं का स्थाई समाधान किया जाए तथा जल भराव से होने वाली परेशानियों के मध्यनजर त्वरित निस्तारण के कदम उठाए जाए।
उन्होंने कहा कि पानी के रूकने से आमजन को आवागमन में कोई परेशानी ना हो तथा किसी प्रकार की कोई हानि न हो। इसके लिए पानी को मोटरों व पंप के माध्यम से ट्रांसफर किया जाए। पानी के इकट्ठे होने से हाईवे भी खराब होता है तथा आवागमन में भी परेशानी होती है। इन समस्याओं को देखते हुए पानी का समुचित निस्तारण सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर उन्होंने बीकानेर रोड़ स्थित गेनाणी व एसटीपी का निरीक्षण कर हुए कहा कि एकत्रित होने वाले गंदे पानी का ट्रीटमेंट कर उपयोग किया जाए। एसटीपी के माध्यम से पानी को ट्रीटमेंट कर किसानों व गौशालाओं आदि को देने के लिए विचार किया जा सकता है, ताकि पानी का अधिकतम उपयोग हो व गंदा पानी एकत्र नहीं हो।
उन्होंने सरदारशहर उपखंड अधिकारी कार्यालय में अधिकारियों की बैठक लेकर बरसात के कारण जल भराव, बिजली के खंभें टूट जाने सहित समस्याओं को लेकर आवश्यक दिशा- निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों की विजिट कर सुनिश्चित करें कि किसी प्रकार की कोई हानि नहीं हुई हो तथा बिजली के खंभे टूट जाने व रास्ते के अवरूद्ध होने सहित गतिविधियों की समुचित जांच करें। किसी प्रकार की समस्या पाई जाने पर त्वरित निस्तारण करें। इसी के साथ भारी बरसात के मध्यनजर आवश्यक व्यवस्थाएं दुरुस्त रखें ताकि एनवक्त पर किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो।
सरदारशहर एसडीएम मीनू वर्मा ने व्यवस्थाओं की जानकारी दी तथा बरसात के दौरान किए गए इंतजामों का रिपोर्ट प्रस्तुत की।
इस दौरान सभापति राजकरण चौधरी, तहसीलदार रतनलाल मीणा, बीडीओ दिनेश मिश्रा, नगर परिषद आयुक्त भगवान सिंह, बीसीएमओ डॉ विकास सोनी, डिस्कॉम एईएन शशिकांत, पीएचईडी एईएन विकास सहित सभी विभागों के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।