सच-झूठ पकड़ेगा ब्रेथ एनालाइजर:तंबाकू सेवन करने वाले की लत के लेवल का पता भी लग सकेगा
सच-झूठ पकड़ेगा ब्रेथ एनालाइजर:तंबाकू सेवन करने वाले की लत के लेवल का पता भी लग सकेगा

जयपुर : जिंदगी की लंबी पारी खेलनी है तो तंबाकू छोड़ो की थीम पर प्रदेश का एकमात्र सरकारी डेंटल कॉलेज के पब्लिक हेल्थ डेंटिस्ट्री विभाग के अधीन संचालित तंबाकू निषेध केन्द्र (टीसीसी) में नई पहल की है। आरयूएचएस कॉलेज ऑफ डेंटल साइंसेज में आने वाले दो माह में बीड़ी, सिगरेट पीने वाले और तंबाकू का सेवन करने वालों का सच-झूठ पकड़ा जा सकेगा।
बीड़ी-सिगरेट पीने वालों की जांच के लिए ‘ब्रेथ एनालाइजर’ व सांसों में तंबाकू (निकोटीन) की मात्रा की जांच के लिए ‘कार्बन मोनो आक्साइड’ नामक उपकरण खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। दोनों उपकरणों से जांच व मॉनिटरिंग करना आसान हो जाएगा। तंबाकू का सेवन करने वाले का डॉक्टर को दिखाने पर किसी भी तरह का संदेह होने पर ओरल पैथोलॉजी विभाग में सैपंल लेकर बायोप्सी जांच भी करवाया जाना भी प्रस्तावित है। तंबाकू का सेवन करने वाले की लत के लेवल का पता भी चल सकेगा और उसे सावधान रहने के लिए सचेत किया जाए।
- राष्ट्रीय स्तर पर नोडल एजेन्सी नई दिल्ली स्थित मौलाना आजाद डेंटल कॉलेज है, जो देशभर में संचालित केन्द्रों का मॉनिटरिंग कर रही है। वर्तमान में तंबाकू सेवन करने वालों का लक्षणों व निर्धारित प्रोफार्मा में सवाल-जवाब के आधार पर काउंसलिंग की जा रही है।
- मौजूदा स्थिति में नॉन फार्माकोलॉजिकल के जरिए इलाज किया जाता है यानी किसी भी विभाग में जाने पर किसी भी तरह के तंबाकू का सेवन करने पर निर्धारित आवेदन पत्र में सवाल-जवाब किया जाता है। उसके बाद पोस्टर, कार्टून के जरिए साइड इफैक्ट के बारे में मरीजों को बताया जाता है।
- तंबाकू का सेवन करना कैंसर का बड़ा कारण बनता जा रहा है। प्रदेश में वर्ष 2021 में ग्लोबल यूथ टोबैको के सर्वे के अनुसार 13.4 फीसदी युवा सिगरेट का सेवन करते हैं। वहीं, 19.2 फीसदी युवा विद्यार्थी अप्रत्यक्ष रूप से धूम्रपान का शिकार हो रहे हैं। मुंह व गले का कैंसर के अधिक मरीज हैं।
- देश में हर साल 12 लाख से अधिक लोग और प्रदेश में 65 हजार लोग दम तोड़ रहे हैं।