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खरीफ कृषि आदान वितरण एंव जैविक खेती प्रशिक्षण कार्यक्रम


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खरीफ कृषि आदान वितरण एंव जैविक खेती प्रशिक्षण कार्यक्रम

खरीफ कृषि आदान वितरण एंव जैविक खेती प्रशिक्षण कार्यक्रम

जनमानस शेखावाटी संवाददाता  : चंद्रकांत बंका

झुंझुनूं : राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड), रामकृष्ण जयदयाल डालमिया सेवा संस्थान एंव ग्राम वाटरशेड समिति, मालूपुरा के संयुक्त तत्वाधान में संचालित नाॅन वाटरशैड परियोजना, समन्वित कृषि प्रणाली अन्तर्गत प्रगतिशील किसानों का एक दिवसीय जैविक प्रशिक्षण एंव कृषि आदान वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया, इसके तहत खरीफ फसलों के उन्नत गुणवत्ता वाले बीजों का वितरण किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संस्थान के परियोजना प्रबंधक भूपेन्द्र पालीवाल, विशिष्ट अतिथि जल संसाधन, ग्रामीण विकास समन्वयक संजय शर्मा एवं कृषि एंव वानिकी समन्वयक शुबेन्द्र भट्ट उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि द्वारा सामाजिक दृष्टि से गांवों को उन्नत एंव समृद्ध बनाकर खेती करने की नवीनतम तकनीकियों, वर्तमान में मौसम की अनियमितता के प्रभाव को देखते हुए मिश्रित खेती की उपयोगिता तथा सरकारी योजनाओं से कृषकों को लाभान्वित करने में संस्थान द्वारा प्रत्यक्ष एंव परोक्ष भूमिका के संबंध से अवगत कराकर घटते भूजल स्तर को देखते हुए बागवानी फसलों के उत्पादन के महत्व पर प्रकाश डाला गया, उनके द्वारा मालुपुरा ग्राम मे जागरूक युवा साथियों द्वारा स्वयं से समूह बनाकर ग्राम मे संस्थान द्वारा रोपे गए पौधों की सुरक्षा श्रमदान एवं स्वयं धनराशि के संग्रहण से पानी डलवाकर करने के प्रयाशों की सराहना भी की गई ।

कृषि एवं वानिकी समन्वयक द्वारा सफलतम फसल उत्पादन में उन्नतशील बीज के महत्व के बारे में विस्तार से समझाया गया, उनके द्वारा सभी किसानों को जैविक खेती से संबंधित राष्ट्रीय जैविक और प्राकृतिक खेती केंद्र गाजियाबाद द्वारा संचालित कार्यक्रम के लाभ एवं कम पानी में सफलतम फसल उत्पादन में जैविक खेती के महत्व के बारे में भी बताया गया। उन्होंने सभी को कम खर्च एवं कम पानी में अधिक उत्पादन हेतु टिकाऊ एवं प्राकृतिक खेती पर जोर देने के बारे में, जलवायु परिवर्तन देखते हुए अनुकूल परिस्थितियों के होने पर ही खरीफ फसलों की बुवाई की जाने की सलाह के साथ बीज की मात्रा एवं बुवाई के समय को विशेष ध्यान रखते हुए फसल की क्रान्तिक अवस्थाओं पर ही सिचांई करने का सुझाव भी दिया गया।

संस्थान के जल संसाधन एव ग्रामीण विकास समन्वयक संजय शर्मा ने सभी को जल संरक्षण का खेती में महत्व, समुचित जल प्रबंधन के प्रयासों एंव तरीकों के साथ ही बरसात से पहले जल संरक्षण कुंडो की साफ सफाई इत्यादि संबंधी जानकारी से अवगत करने उपरांत परियोजना के आगामी चरण के बारे में भी विस्तार से बताया।

ग्राम वाटरशेड समिति के अध्यक्ष ताराचन्द एंव सचिव मेहताब योगी ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किये और संस्थान द्वारा नाबार्ड के सहयोग से किए गए कार्यों की सराहना की। ग्राम स्तर पर पर्यावरण संरक्षण की पहल करने हेतु ग्राम के विक्रम योगी, सुनील बलायन, अरुण बलायन एवं सुरेंद्र को सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम में मालुपुरा गांव के 50 महिला एंव पुरूष कृषकों को उन्नतशील बीज वितरण किया गया।

इस अवसर पर संस्थान की सूचना प्रौद्योगिकी अधिकारी मोनिका स्वामी, कृषि पर्यवेक्षक राकेश महला, अजय बलवदा, मानसिंह एंव शिवनारायण स्वामी उपस्थित रहेे।

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