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UDH मंत्री बोले- हम दिखावा करते हैं, फॉरवर्ड बनते हैं:भारतीय संस्कृति के पोषक आदिवासी हैं; शिक्षा मंत्री ने क्या कहा, इसकी जानकारी मुझे नहीं


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UDH मंत्री बोले- हम दिखावा करते हैं, फॉरवर्ड बनते हैं:भारतीय संस्कृति के पोषक आदिवासी हैं; शिक्षा मंत्री ने क्या कहा, इसकी जानकारी मुझे नहीं

UDH मंत्री बोले- हम दिखावा करते हैं, फॉरवर्ड बनते हैं:भारतीय संस्कृति के पोषक आदिवासी हैं; शिक्षा मंत्री ने क्या कहा, इसकी जानकारी मुझे नहीं

सीकर : UDH मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने शिक्षा मंत्री के आदिवासी समुदाय पर दिए बयान से किनारा कर लिया। उन्होंने कहा- मंत्री ने क्या बयान दिया इसकी मुझे जानकारी नहीं। लेकिन, भारतीय सभ्यता और संस्कृति को अब तक किसी ने सर्वाधिक संरक्षण दिया है तो वह गरीब और आदिवासी समाज ही है। हम दिखावा करते हैं लेकिन, भारतीय संस्कृति के असली पोषक आदिवासी हैं।

खर्रा श्रीमाधोपुर विधानसभा के एक दिवसीय दौरे पर सीकर में थे। यहां उन्होंने पिछली सरकार में नगर पालिका बनाने को गलत बताया साथ ही शेखावाटी में भाजपा की हार पर भी बात की।

मंत्री झाबर सिंह खर्रा जांगिड़ समाज की राष्ट्रीय बैठक में आए थे। उन्होंने समाज के लोगों से शेखावाटी क्षेत्र में भी निवेश की बात कही।
मंत्री झाबर सिंह खर्रा जांगिड़ समाज की राष्ट्रीय बैठक में आए थे। उन्होंने समाज के लोगों से शेखावाटी क्षेत्र में भी निवेश की बात कही।

हमारी संस्कृति के पोषक आदिवासी

UDH मंत्री खर्रा ने शिक्षा मंत्री दिलावर के आदिवासी समुदाय पर दिए बयान पर कहा- मेरा तो यह स्पष्ट मत है कि भारतीय सभ्यता और संस्कृति को अब तक किसी ने सर्वाधिक संरक्षण दिया है तो वह गरीब और आदिवासी समाज ही है। इसमें कोई शंका करने की जरूरत नहीं है। शिक्षा मंत्री ने क्या कहा और आदिवासी समाज की तरफ से उस पर क्या प्रतिक्रिया है, इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है।

लेकिन, भारतीयता को किसी ने जिंदा रखा है तो वह आदिवासी और गरीब लोग हैं। हम भले ही दिखावा करने में आगे हो सकते हैं, खुद को फॉरवर्ड मानते हैं। लेकिन, मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि भारतीय सभ्यता और संस्कृति का कोई पोषक है, संरक्षक है तो वही (आदिवासी) तबका है।

UDH मंत्री खर्रा ने परिसीमन को लेकर सीएम से चर्चा होने की बात भी कही।
UDH मंत्री खर्रा ने परिसीमन को लेकर सीएम से चर्चा होने की बात भी कही।

सर्वे में नगर पालिका में बिखरी हुई आबादी मिली

उन्होंने यहां मीडिया से बात करते हुए कहा- खर्रा ने प्रदेश में कांग्रेस सरकार की बनाई 86 नगरपालिका को लेकर कहा कि पिछली सरकार ने जाते-जाते लगभग 86 नगर पालिका नई बना दी। वहां जनता और जनप्रतिनिधियों की मांग है कि नगर पालिका बनने से क्षेत्र को नुकसान हुआ है। ज्यादातर इलाके आदिवासी हैं। कई सरकारी योजनाओं का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। इससे मनरेगा और प्रधानमंत्री आवास की सुविधाओं से वहां के लोग वंचित रह गए। ऐसे में इन क्षेत्रों से आई मांग के आधार पर फिर से ग्राम पंचायत बनाने की कवायद शुरू की जाएगी।

उन्होंने कहा- जब इस बारे में अध्ययन करवाया गया तो बहुत सी पंचायत तो ऐसी मिली जिनमें 2011 की जनसंख्या के अनुसार केवल 4 से 5 हजार लोग रहते हैं। जब उनके भौगोलिक क्षेत्र की जानकारी जुटाई तो पता चला कि वह 5 हजार की आबादी भी 15 किलोमीटर के परिक्षेत्र में बिखरी हुई है।

यदि स्थानीय लोगों को पंचायत में आने से सुकून मिलता है तो पंचायत में परिवर्तित किया जाएगा और यदि नगर पालिका के मापदंड पूरे होते हैं तो उस इलाके को नगर पालिका किया जाएगा। खर्रा ने कहा कि परिसीमन को लेकर भी मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बात हुई है। जल्द ही खुशखबरी मिलेगी।

शेखावाटी में हार पर बोले- जिसने गलती की उसे सजा मिले

लोकसभा चुनाव में शेखावाटी में पार्टी की हार और पार्टी के लोगों द्वारा ही पार्टी का साथ नहीं देने की बात पर बोलते हुए मंत्री झाबर सिंह ने कहा कि यह पार्टी के सामने भी यक्ष प्रश्न है और इस बारे में मैंने भी पार्टी को कहा है। यदि मैंने भी गलती की है तो मुझे भी सजा मिलनी चाहिए और किसी दूसरे ने गलती की है तो उसे भी सजा मिलनी चाहिए। जिसने पार्टी के लिए समर्पित होकर काम किया है उसे पुरस्कार मिलना चाहिए।

उन्होंने नगर निकायों में मनोनीत पार्षद की नियुक्तियों कहा कि जो पार्षद पहले से लगे हुए थे उन्हें हटाने में तो तत्काल रूप से काम किया। अब नई नियुक्तियों को लेकर संगठन और सरकार के लोगों से चर्चा की गई है। इस बारे में बहुत जल्द सकारात्मक फैसला लिया जाएगा।

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