संभागीय आयुक्त ने सुनी लोगों की समस्याएं:64 परिवाद मिले, ज्यादातर समस्याओं का मौके पर किया निस्तारण
संभागीय आयुक्त ने सुनी लोगों की समस्याएं:64 परिवाद मिले, ज्यादातर समस्याओं का मौके पर किया निस्तारण

चिड़ावा : संभागीय आयुक्त वंदना सिंघवी ने गुरुवार रात चिड़ावा के ओजटू गांव में रात्रि चौपाल आयोजित कर ग्रामीणों की समस्याएं सुनी । इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से पेयजल, विद्युत, राजस्व, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, शिक्षा सहित अनेक समस्याओं की सुनवाई कर संबंधित जिला स्तरीय अधिकारियों को निस्तारण के निर्देश दिए । जनसुनवाई के दौरान चिड़ावा कस्बे व आसपास के गांवों में पेयजल की समस्याओं की शिकायतों पर संभागीय आयोग पीएचईडी के अधिकारियों को जल्द समाधान करने के निर्देश दिए।
सरपंच ने मुख्य फीडर से जोड़ने सहित रखी अन्य मांगें
ओजटू के सरपंच ने गांव को मुख्य फीडर से जोड़ने का निवेदन किया, जिस बिजली विभाग के एसई महेश टिबड़ा ने बताया कि आने वाले दिनों में गांव को 24 घंटे की घरेलू बिजली दी जाएगी। वहीं 6 घंटे कृषि बिजली की आपूर्ति की जाएगी।
विभागवार लगाई स्टाल
रात्रि चौपाल में विभागवार स्टॉल्स लगाई गई जिन पर विभाग के अधिकारियों ने अपने-अपने विभाग की योजनाओं और विकास कार्यों की जानकारी भी ग्रामीणों को दी। ग्रामीणों ने इस पहल का स्वागत किया है और कहा कि ऐसे आयोजन से ग्रामीणों को समस्याओं से निजात मिल सकेगी।
जनसुनवाई में कुल 64 मामले आए
जनसुनवाई के दौरान कुल 64 परिवाद प्राप्त हुए। सभी शिकायतों को संपर्क पोर्टल पर दर्ज कर जल्दी ही निस्तारण किया जाएगा वहीं ग्राम पंचायत की विभिन्न मांगों से संबंधित समस्याओं को सक्षम स्तर पर भिजवाया जाएगा ।
सीएम के निर्देश पर हो रहा आयोजन
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर पर आम लोगों की प्रशासन से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की मौजूदगी में रात्रि चौपाल का आयोजन किया जा रहा है।
ये रहे मौजूद
रात्रि चौपाल में पिलानी विधायक पीतराम काला, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त पुरुषोत्तम शर्मा, जिला परिषद सीईओ अंबालाल मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र सिंह राठौर, चिड़ावा एसडीएम बृजेश गुप्ता, झुंझुनू एसडीएम सुमन सोनल, चिड़ावा डीएसपी विकास धींधवाल, सभी जिला स्तरीय अधिकारी व ब्लॉक स्तरीय अधिकारी, ओजटू ग्राम पंचायत के सरपंच विनोद सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।