खेतड़ी में हिंदुस्तान कॉपर की खदान में बड़ा हादसा:लिफ्ट की चेन टूटी, 14 लोग फंसे; मौके पर पहुंची रेस्क्यू टीम
खेतड़ी में हिंदुस्तान कॉपर की खदान में बड़ा हादसा:लिफ्ट की चेन टूटी, 1800 फीट गहराई में फंसे 14 लोग; निरीक्षण करने उतरी थी विजिलेंस टीम

खेतड़ी : हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड की कोलिहान खदान में बड़ा हादसा हुआ है। खदान में लिफ्ट की चेन टूट गई। लिफ्ट में कोलकाता से आई विजिलेंस की टीम और खेतड़ी कॉपर कॉरपोरेशन (KCC) के बड़े अधिकारी लिफ्ट में फंसे हुए हैं। बताया जा रहा है कि करीब 14 लोग फंसे हुए हैं। मौके पर आसपास के क्षेत्र से एंबुलेंस और डॉक्टर्स की टीमों को बुलाया गया है।
खेतड़ी विधायक धर्मपाल गुर्जर ने कहा कि मुझे सूचना मिली तो मैं तुरंत मौके पर पहुंचा। मैंने इस बारे में सभी संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों से बात की है। रेस्क्यू का काम शुरू हो गया है।
खेतड़ी विधायक धर्मपाल गुर्जर ने कहा कि मुझे सूचना मिली तो मैं तुरंत मौके पर पहुंचा। मैंने इस बारे में सभी संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों से बात की है। रेस्क्यू का काम शुरू हो गया है। pic.twitter.com/FcbzYwhUSM
— जनमानस शेखावाटी (@Jan_Shekhawati) May 14, 2024

माइंस में कल से निरीक्षण चल रहा था। आज शाम को केसीसी चीफ समेत विजिलेंस की टीम माइंस में नीचे उतरी थी। रात 8:10 बजे माइंस से निकलते समय लिफ्ट की चेन टूट गई।
विजिलेंस टीम कर रही थी निरीक्षण
- सोमवार को विजिलेंस की टीम आई थी।
- कल से माइंस का निरीक्षण चल रहा था।
- मंगलवार दोपहर में टीम ने खेतड़ी नगर खदान का दौरान किया था।
- शाम करीब 5 बजे टीम कोलिहान माइंस में पहुंची थी। इसके बाद केसीसी चीफ समेत विजिलेंस की टीम माइंस में नीचे उतरी।
- रात 8:10 बजे माइंस से निकलते समय लिफ्ट की चेन टूट गई।

माइंस में ये लोग हैं फंसे
- उपेन्दर कुमार पांडेय, सीवीओ एचसीएल
- जीडी गुप्ता, केसीसी ईकाई प्रमुख
- वनेंदु भंडारी, डीजीएम विजिलेंस
- एके शर्मा खदान प्रबंधक कोलिहान खदान
- केएस गहलोत सुरक्षा अधिकारी कोलिहान
- यशो राज मीणा सहायक महाप्रबंधक
- रमेश कुमार
- एके बेरा
- विनोद शेखावत
- एए भंडारी
- एन सहाय
- प्रीतम सिंह
- विकास पारीक
- हंसी राम
- एक अन्य
324 किमी के दायरे में 300 से अधिक भूमिगत खदानें

- खेतड़ी और आसपास के हिस्से में तांबे के भंडार हैं। यह पूरा क्षेत्र ताम्र नगरी कहलाता है और देश का 50 प्रतिशत तांबा इन्हीं पहाड़ों से निकाला जाता है।
- कोलिहान क्षेत्र में करीब 324 किमी के दायरे में 300 से अधिक भूमिगत खदानें हैं। जहां समुद्र तल से माइनस 102 मीटर की गहराई पर तांबा निकाला जाता है। ऐसे में यह देश की पहली सबसे बड़ी और सबसे गहरी तांबे की माइंस हैं।
- यहां से निकालने वाले तांबे की गुणवत्ता के कारण यह लंदन मेटल एक्सचेंज की ए ग्रेड में शामिल है और इसी कारण देश में सुरक्षा उपकरण इसी तांबे से बनाए जाते हैं।
324 किमी के दायरे में 300 से अधिक भूमिगत खदानें
- खेतड़ी और आसपास के हिस्से में तांबे के भंडार हैं। यह पूरा क्षेत्र ताम्र नगरी कहलाता है और देश का 50 प्रतिशत तांबा इन्हीं पहाड़ों से निकाला जाता है।
- कोलिहान क्षेत्र में करीब 324 किमी के दायरे में 300 से अधिक भूमिगत खदानें हैं। जहां समुद्र तल से माइनस 102 मीटर की गहराई पर तांबा निकाला जाता है। ऐसे में यह देश की पहली सबसे बड़ी और सबसे गहरी तांबे की माइंस हैं।
- यहां से निकालने वाले तांबे की गुणवत्ता के कारण यह लंदन मेटल एक्सचेंज की ए ग्रेड में शामिल है और इसी कारण देश में सुरक्षा उपकरण इसी तांबे से बनाए जाते हैं।

खदान में अंदर जाने के लिए लिफ्ट का रस्सा टूटा


लिफ्ट के इसी गेट से सभी अंदर गए थे। लिफ्ट चलने के बाद यह गेट बंद हो गया। ऐसे में केसीसी की खुद की रेस्क्यू टीम गेट खोलने की कोशिश कर रही है। इसके बाद ही अंदर फंसे लोगों को बाहर निकाला जा सकेगा। pic.twitter.com/fr2Y28Ebpu
— जनमानस शेखावाटी (@Jan_Shekhawati) May 14, 2024