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इंदौर से छात्रा को कोटा लेकर आई पुलिस:किडनैपिंग की झूठी साजिश रची थी; सहेली के रूम पर मिली


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इंदौर से छात्रा को कोटा लेकर आई पुलिस:किडनैपिंग की झूठी साजिश रची थी; सहेली के रूम पर मिली

कोटा (राजस्थान) से अपने अपहरण की झूठी कहानी रचने वाली छात्रा काव्या को कोटा पुलिस इंदौर (मध्यप्रदेश) से लेकर आई है। मंगलवार देर रात पुलिस ने काव्या और उसके साथी हर्षित को उनकी सहेली के रूम से हिरासत में लिया था। इसके बाद बुधवार दोपहर करीब दो बजे पुलिस उसे विज्ञान नगर थाने लेकर पहुंची। फिलहाल, पुलिस पूरे मामले को लेकर पूछताछ कर रही है।

कोटा : कोटा से अपनी किडनैपिंग की झूठी कहानी रचने वाली छात्रा काव्या को कोटा पुलिस इंदौर से लेकर आई है। मंगलवार देर रात पुलिस ने काव्या और उसके साथी हर्षित को उनकी सहेली के रूम से हिरासत में लिया था। इसके बाद बुधवार दोपहर करीब 2 बजे पुलिस उसे विज्ञान नगर थाने लेकर पहुंची। फिलहाल पुलिस पूरे मामले को लेकर पूछताछ कर रही है।

कोटा पुलिस को पहले से ही शक था कि छात्रा झूठ बोल रही है।
कोटा पुलिस को पहले से ही शक था कि छात्रा झूठ बोल रही है।

दोस्त की सूचना पर पहुंची पुलिस

उसके दोस्त हर्षित की सूचना पर पुलिस ने लोकेशन ट्रेस की। इस दौरान ये पता चला की छात्रा इंदौर में देवगुराड़िया (खुड़ैल) के आगे इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के पास है। मंगलवार रात पुलिस की टीम रवाना हुई। इंदौर पुलिस ने कार्रवाई पूरी करने के बाद छात्रा और उसके दोस्त को कोटा पुलिस को सौंप दिया।

इंदौर पुलिस के अनुसार, काव्या ने सुसाइड करने की धमकी दी थी। इससे उसका साथी हर्षित घबरा गया था। उसी की डिटेल के आधार पर पुलिस दोनों तक पहुंची। पुलिस के अनुसार, इंदौर पुलिस ने काव्या और हर्षित को उसकी सहेली के रूम से हिरासत में लिया था। इसके बाद कोटा पुलिस को सूचना दी गई। छात्रा की सहेली इंडेक्स मेडिकल कॉलेज से ही नर्सिंग का कोर्स कर रही थी।

18 मार्च को लापता हुई काव्या को 16 दिन बाद बुधवार को पुलिस कोटा ले आई है। उसने अपनी किडनैपिंग की झूठी कहानी रची थी।
18 मार्च को लापता हुई काव्या को 16 दिन बाद बुधवार को पुलिस कोटा ले आई है। उसने अपनी किडनैपिंग की झूठी कहानी रची थी।

इन दोनों ने अमृतसर में काफी समय बिताया। इनके पास पैसा नहीं था तो एक गुरुद्वारा में रहे। शिवपुरी के बैराड़ की रहने वाली काव्या धाकड़ (20) बीते 18 मार्च को अपने दोस्त हर्षित के साथ लापता हुई थी। उसकी आखिरी लोकेशन इंदौर में भोलाराम उस्ताद मार्ग पर मिली थी।

ये था पूरा मामला

पिता रघुवीर धाकड़ के वॉट्सऐप पर 18 मार्च की दोपहर 3 बजे बेटी की किडनैपिंग का मैसेज आया था। बेटी के हाथ-पैर और मुंह बंधी फोटो भी भेजी गईं। कुछ फोटो में काव्या के चेहरे पर खून भी नजर आ रहा था। उसे जिंदा छोड़ने के एवज में 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई थी। मैसेज भेजने वाले ने बैंक खाते की डिटेल भी भेजी थी।

छात्रा के एक साथी हर्षित को भी पुलिस इंदौर से लेकर आई है।
छात्रा के एक साथी हर्षित को भी पुलिस इंदौर से लेकर आई है।

कोटा पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि अपहरण की कहानी झूठी है। कोटा की एसपी अमृता दुहान ने बताया था कि मामले में हर फैक्ट को चेक करने के बाद क्लियर हो गया था कि छात्रा के साथ कोई वारदात नहीं हुई है। वह अपने दो दोस्तों के साथ थी। एसपी ने बताया कि छात्रा पहले दिन से ही इंदौर में थी। छात्रा के जो फोटो उसके पिता को भेजे गए थे, वो उसके दोस्त के ही मकान की रसोई में लिए गए थे।

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