नियमित निरीक्षण के आदेश पर स्कूल संचालकों ने जताया विरोध:शिक्षा विभाग से आदेश वापस लेने की मांग, कहा – निरीक्षण के नाम पर किया जाएगा परेशान
नियमित निरीक्षण के आदेश पर स्कूल संचालकों ने जताया विरोध:शिक्षा विभाग से आदेश वापस लेने की मांग, कहा - निरीक्षण के नाम पर किया जाएगा परेशान

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चंद्रकांत बंका
चिड़ावा : चिड़ावा क्षेत्र के निजी शिक्षण संस्थान संचालकों ने प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक के निजी स्कूलों के नियमित निरीक्षण के आदेश का विरोध जताया है। निजी स्कूल शिक्षण संस्थानों के संचालकों ने शिक्षा निदेशक के आदेश से असहमति जताते हुए निजी शिक्षण संस्थान संघ के बैनर तले चिड़ावा एसडीएम बृजेश कुमार गुप्ता को ज्ञापन देकर प्रारम्भिक शिक्षा के अधिकारियों पर जांच के नाम पर स्कूल संचालकों को परेशान नहीं करने की मांग की है।
ज्ञापन में निजी शिक्षण संस्थान संघ ने कहा कि प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक का यह आदेश मनमाना है और इससे प्रारंभिक शिक्षा के अधिकारियों को 100 दिन की कार्य योजना के नाम पर भ्रष्टाचार करने की छूट मिल गई है। संघ ने प्रारंभिक शिक्षा निदेशक के नियमित जांच के आदेश पर आपत्ति जताते हुए ज्ञापन में बताया है कि सीएम पोर्टल पर शिक्षा विभाग की 100 दिवसीय कार्य योजना में भी यह शामिल नहीं है और इसे निरस्त जाना चाहिए।
संघ के सदस्यों का तर्क है कि व्यवस्था लागू होने से आज तक मान्यता नियमों व प्रक्रिया में व्यापक स्तर पर हुए बदलाव तथा अन्य विभागीय मापदंडों और छूट से सम्बन्धित निजी शिक्षण संस्थान की समस्त जानकारी आरटीई पोर्टल पर अनिवार्य रूप से अपलोड की जाती है, जिनका समय-समय पर विभाग द्वारा भौतिक सत्यापन भी किया जाता है। ऐसे में इस तरह की व्यवस्था से भ्रष्टाचार बढ़ेगा और इंस्पेक्टर राज कायम हो जाएगा।
ज्ञापन देने वाले प्रतिनिधि मंडल में निजी शिक्षण संस्थान संघ के रामसिंह नेहरा, राजेन्द्र झाझड़िया, सुनिल डांगी, राजेन्द्र गोरखा, अनिल गुप्ता, मनोज कुमार जांगिड़, संजय पूनिया, भंवरलाल सैनी, रणसिंह थालोर, संदीप भावड़िया, अनिल शर्मा, उतम, जितेन्द्र चौधरी सहित सदस्य शामिल थे।