झुंझुनू : हरियाणा के रेवाड़ी जिले में सविता हत्याकांड के मुख्य आरोपी अरुण ने जहर निगल लिया है। उसे रोहतक PGIMS में भर्ती कराया गया है। फिलहाल उसकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है। हालांकि, जहरीला पदार्थ क्यों और किस कारण खाया, इसका अभी पता नहीं चल पाया है। रेवाड़ी के रामपुरा थाना प्रभारी मुकेश कुमार ने अरुण के जहरीला पदार्थ खाने की पुष्टि की है।
बता दें कि चरखी दादरी जिले के रहने वाला अरुण एक प्रोडक्ट कंपनी में बतौर एजेंट काम करता था। इसी कंपनी में एजेंट के तौर पर काम करने वाली राजस्थान के झुंझुनू जिले की रहने वाली सविता की उसने 2 फरवरी को गला दबाकर हत्या कर दी थी। सविता की लाश अगले दिन 3 फरवरी को रेवाड़ी के गांव बिहारीपुर के जंगलों में मिली थी।
हत्या के बाद से ही आरोपी अरुण फरार चल रहा था। आरोपी के खिलाफ रामपुरा थाना में मर्डर का केस दर्ज किया गया था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, अरुण ने चरखी-दादरी में ही कोई जहरीला पदार्थ खा लिया। इसके बाद उसे पहले चरखी-दादरी स्थित नागरिक अस्पताल और फिर रोहतक PGI में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। सूचना के बाद रेवाड़ी पुलिस की एक टीम भी रोहतक PGI में पहुंची।
2 फरवरी को पैसे देने के बहाने किडनैप किया
दरअसल, सविता काफी समय से रेवाड़ी शहर के भाड़ावास रोड स्थित हंसनगर में किराये पर रहने के साथ ही एक कंपनी के प्रोडक्ट बेचने का काम करती थी। उसके पति आर्मी में हैं। उसका 15 साल का एक बेटा भी है। सविता के साथ ही चरखी-दादरी जिले का रहने वाला अरुण भी उसी कंपनी का प्रोडक्ट बेचता था।
अरुण ने सविता से 1 लाख रुपए उधार लिए थे। काफी समय बीतने के बाद भी अरुण ने ये पैसे उसे नहीं लौटाए। 2 फरवरी को पैसे देने के बहाने सविता को पहले रेलवे स्टेशन और फिर गोपाल देव चौक बुलाया।
स्कूटी पेट्रोल पंप के पास खड़ी मिली
परिवार के मुताबिक, आरोपी अरुण ने सविता की स्कूटी गोपाल देव चौक स्थित एक पेट्रोल पंप के बाहर खड़ी करा दी। इसके बाद सविता को अपनी कार में बैठाकर बहन के घर से पैसे दिलाने की बात कहकर ले गया। रास्ते में आरोपी अरुण ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी और उसका गला दबाकर हत्या कर दी।
आरोपी अरुण ने सविता के शव को बिहारीपुर के जंगलों में फेंक दिया था। जहां अगले दिन सविता की लाश को कुत्ते नोचते हुए मिले थे। लाश की शिनाख्त होने के बाद ही साफ हो गया कि उसकी हत्या अरुण ने की है।
गाड़ी झज्जर से बरामद
इसके बाद पुलिस की टीमें अरुण को गिरफ्तार करने में लग गईं। हालांकि, अरुण पुलिस से बचने के लिए भागता रहा। आरोपी ने सविता का मोबाइल भी गायब कर दिया था और खुद का फोन वह घर ही रखकर फरार हुआ था। जिससे अरुण को पकड़ना पुलिस के लिए भी मुश्किल हो गया था।
पुलिस टीमों ने अरुण के चरखी-दादरी स्थित घर पर भी दबिश देकर परिजनों से पूछताछ की थी। बुधवार को अरुण ने चारखी-दादरी में ही किसी जगह पर जहरीला पदार्थ निगल लिया। वहीं, वारदात में प्रयोग की गई गाड़ी झज्जर जिले से बरामद हो चुकी है।