नवलगढ़ थाना पुलिस की उदासीनता बुजुर्ग दंपत्ति की बढ़ाई मुश्किलें, कोर्ट स्टे के बाद भी मकान पर दबंगों का कब्जा
'आमजन में विश्वास और अपराधियों में भय' का स्लोगन वैसे तो आमजन को अपराधियों से दबंगों के खिलाफ अपराध से लड़ने में हिम्मत देता हैं. नवलगढ़ पुलिस की कार्यप्रणाली इस स्लोगन के विपरित पीड़ित को थाने को चक्कर लगाने को मजबूर कर रही हैं.

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : सुभाष चन्द्र चोबदार
नवलगढ़ : ‘आमजन में विश्वास और अपराधियों में भय’ का स्लोगन वैसे तो आमजन को अपराधियों से दबंगों के खिलाफ अपराध से लड़ने में हिम्मत देता हैं और हर समय पीड़ित पुलिस से मदद की उम्मीद लगाता हैं.मगर, नवलगढ़ पुलिस की कार्यप्रणाली इस स्लोगन के विपरित पीड़ित को थाने को चक्कर लगाने को मजबूर कर रही हैं.
मामला नवलगढ़ थाना इलाके के मैणास गांव का है. जहां के रहने वाले एक बुजूर्ग दंपत्ति को अपनी जमीन पर चल रहे मकान के निर्माण को रूकवाने के लिए थाने के चक्कर काटने को मजबूर हो रहे है.
इस अवैध निर्माण को लेकर बुजूर्ग दंपति का आरोप है कि, कोर्ट स्टे होने के बावजूद मकान का निर्माण किया जा रहा है.पीड़ित बुजूर्ग बनवारीलाल यादव, उसकी पत्नी मल्कूदेवी औ इनकी पुत्री सुनीता न्यायलय के आदेश की पालना और निर्माण कार्य बंद करवाने के लिए लगातार नवलगढ़ थाने के चक्कर लगाने को मजबूर हैं.
वहीं दूसरू तरफ पीड़ित का आरोप हैं कि नवलगढ़ पुलिस ने न्यायपालिका के आदेश के बावजूद काम रुकवाने के बावजूद खड़े होकर छत डलवाने के काम करवा दिया.पुलिस सुनवाई करने की बजाय धमकी देते हुए राजीनामा करने की बात कह रही हैं.
बुजूर्ग दंपत्ति की बेटी सुनिता ने बताया कि, नवलगढ़ थाने में सीआई शिवदास मीणा से मुलाकात कर उचित कार्रवाई करने की मांग की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई अब बुजूर्ग मां बाप के साथ बेटी भी लगातर थाने के चक्कर लगा रहे हैं.