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‘सोनिया गांधी नहीं चाहती थी मैं राजनीति में लगा रहूं’:जेएलएफ में मणिशंकर अय्यर बोले- राजीव गांधी को लेकर देश में काफी गलतफहमी पैदा की गई


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‘सोनिया गांधी नहीं चाहती थी मैं राजनीति में लगा रहूं’:जेएलएफ में मणिशंकर अय्यर बोले- राजीव गांधी को लेकर देश में काफी गलतफहमी पैदा की गई

'सोनिया गांधी नहीं चाहती थी मैं राजनीति में लगा रहूं':जेएलएफ में मणिशंकर अय्यर बोले- राजीव गांधी को लेकर देश में काफी गलतफहमी पैदा की गई

जयपुर : जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में पहुंचे कांग्रेस के दिग्गज नेता मणिशंकर अय्यर ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर मुद्दे को लेकर टेबल पर बातचीत होनी चाहिए थी। भारत के पास सर्जिकल स्ट्राइक करने की हिम्मत है, लेकिन पाकिस्तान से टेबल पर बात करने की हिम्मत नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने सोनिया गांधी और राजीव गांधी पर भी बात की। उन्होंने बताया कि कब उन्हें लगा कि सोनिया गांधी नहीं चाहती कि मैं राजनीति में रहूं।

अय्यर ने कहा- कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री परवेज मुशर्रफ से मेरी बात हुई थी। कश्मीर मामले के समाधान को लेकर उनके पास 4 अहम सुझाव थे। ना जाने क्यों इस मुद्दे पर बैठकर बात नहीं हुई। अय्यर ने कहा कि मुझे भारत की पाकिस्तान को लेकर नीति समझ नहीं आ रही है। हम सर्जिकल स्ट्राइक कर सकते हैं, लेकिन क्या हम टेबल पर बैठकर बात नहीं कर सकते है। उनसे रूबरू बात करने की हिम्मत नहीं है। साल 2014 से 24 तक हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच किसी तरह की बातचीत नहीं हुई है।

जेएलएफ के दरबार हॉल में कांग्रेस के दिग्गज नेता मणिशंकर अय्यर का सेशन हुआ।
जेएलएफ के दरबार हॉल में कांग्रेस के दिग्गज नेता मणिशंकर अय्यर का सेशन हुआ।

अजीत डोभाल और पाकिस्तान के कमर बावा के बीच सीजफायर रोकने के लिए हुई थी बातचीत

अय्यर ने कहा- शायद सिर्फ अजीत डोभाल और पाकिस्तान के कमर बावा के बीच कुछ बातचीत हुई थी। इसमें वो फैसले पर पहुंचे कि सीजफायर लाइन पर फायरिंग नहीं होनी चाहिए। यह अच्छी बात थी। जब भारत पाकिस्तान से बात करेगा। तभी तो कोई हल निकलेगा। जब हम बात ही नहीं करेंगे। कोई हल कैसे निकलेगा। सरकार द्वारा ऐसा कहा जाता है कि टेररिज्म (आतंकवाद और टॉक्स (बातचीत) एक साथ नहीं हो सकती है। मैं पूछना चाहता हूं। टॉक्स तो नहीं हो रहे है। क्या इससे पिछले 10 साल में टेररिज्म रुक गया है। ​​​​​​​मणिशंकर अय्यर ने कहा कि राजीव गांधी के साथ मैने लंबे वक्त तक काम किया था। उनको लेकर आम जनता के बीच काफी गलत धारणाएं थी।

सोनिया गांधी नहीं चाहती थीं मैं राजनीतिक जीवन में लगा रहूं

पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर ने कहा कि कुछ लोगों ने मुझे सुझाव दिया था कि मैं अपनी आत्मकथा लिखूं। मैंने सोचा मेरी जिंदगी में ऐसी कौन सी उपलब्धियां रही है। जो लोग मुझे पढ़ना चाहेंगे। तब उस वक्त सोनिया गांधी जी ने मुझे कहा था कि नहीं तुम लिखो। तब मुझे पता चला था कि वह नहीं चाहती थी मैं राजनीतिक जीवन में लगा रहूं।

मणिशंकर अय्यर ने पॉलिटिक्स के साथ देश के अलग-अलग मुद्दों पर बात की।
मणिशंकर अय्यर ने पॉलिटिक्स के साथ देश के अलग-अलग मुद्दों पर बात की।

राजीव गांधी को लेकर देश में काफी गलतफहमी

अय्यर ने कहा- राजीव गांधी को लेकर देश में काफी गलतफहमी पैदा की गई है। पहले शाहबानो के केस में, दूसरी बार बोफोर्स केस में उन्हें गलत बताया गया है। सितंबर 2001 में शाहबानो सिलसिले में जो केस उनके खिलाफ फाइल किया गया था। उसमें सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें दोषी ही नहीं माना था। बल्कि, इस जजमेंट को उन्होंने हमारे सिविल लॉ में शामिल किया। इसमें कहा गया कि अगर इस लड़की के परिवार के सदस्य इसकी देखभाल नहीं करेंगे तो वक्फ बोर्ड इसकी देखभाल करेगा। अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया तो मजिस्ट्रेट स्टेट वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष को सजा सुना सकता है। इसी फैसले के आधार पर पिछले 25 सालों से मुसलमान के तलाक के फैसले लिए जा रहे हैं। न जाने क्यों लोगों को समझ ही नहीं आता है।

आज की राजनीति नापाक है

इसी तरह बोफोर्स मामले में भी साल 2004 में दिल्ली हाई कोर्ट के जज ने जजमेंट दिया था। इसमें उन्होंने कहा था कि 16 साल जांच करवाने के बाद भी राजीव गांधी के खिलाफ एक टुकड़े का सबूत भी नहीं मिला है। राजीव गांधी को भ्रष्टाचारी बताने को लेकर उस वक्त काफी माहौल खड़ा किया गया था। मेरे हिसाब से राजीव गांधी की हत्या देश के लिए सबसे बड़ी त्रासदी है। क्योंकि अगर आज वह जिंदा होते। चाहे विपक्ष या फिर सरकार में तो आज देश की यह हालत नहीं होती। तब की राजनीति नेक थी। आज की राजनीति नापाक है।

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