पूर्व सीएम अशोक गहलोत की चादर ख्वाजा साहब की दरगाह में पेश, अमन-चैन का दिया पैगाम
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की चादर ख्वाजा साहब की दरगाह में पेश हुई। खानू खान बुढ़वाली अशोक गहलोत की चादर लेकर अजमेर ख्वाजा के दरबार में पहुंचे थे।

अजमेर : ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 812वें उर्स के अवसर पर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से बुधवार को राजस्थान वक्फ बोर्ड के चेयरमैन डॉ. खानू खान बुधवाली ने ख्वाजा साहब की मजार पर मखमली चादर एवं अकीदत के फूल पेश किए।
इस अवसर पर कर प्रदेश एवं देश में अमन चैन एवं खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर पायती दरवाजे पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का संदेश पढ़कर सुनाया गया। पूर्व मुख्यमंत्री के संदेश में सांप्रदायिक एकता एवं अखंडता के प्रतीक ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के सालाना उर्स पर सभी देश एवं प्रदेश वासियों को मुबारकबाद दी गई तथा देश एवं प्रदेश में कौमी एकता अखंडता खुशहाली अमन चैन के दुआ की। इस अवसर पर खादिम वाहिद हुसैन अंगारा जी ने जियारत कराई।
इस अवसर पर अजमेर शहर जिला कांग्रेस कमेटी के निवर्तमान महासचिव शिवकुमार बंसल, आरिफ हुसैन, अब्दुल हफीज खान, मोहम्मद इस्माइल फरीद खान, शाहरुख खान आदि उपस्थित रहे। वक्फ बोर्ड के सदर डॉ बुधवाली का दरगाह बाजार व्यापारी एसोसिएशन के सचिव दिलीप सामतानी के नेतृत्व में व्यापारियों ने माला साफा एवं शॉल पहनाकर स्वागत किया गया।
पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत का संदेश…
यह हम सबके लिए बेइंतहा खुशी का मौका है कि इस साल ख्वाजा ए हिन्द गरीब नवाज हजरत मोईनुद्दीन हसन चिश्ती संजरी (रहमतुल्लाह अलेय) का 812वां उर्स मुबारक मुनअक्चिद किया जा रहा है। हमारे मुल्क और दुनिया के कोने-कोने से हर कौम, मजहब ओ मिल्लत के जायरीन अजमेर शरीफ तशरीफ लाते हैं और आपके आस्ताना ए मुबारक पर पूरी अकीदत के साथ अपनी मन की मुरादें लेकर हाजिर होते हैं।
सूफी संतों और ओलियाओं ने अपनी रूहानी तालीम के जरिये दुनिया को इंसानियत, मोहब्बत, इखलास, भाईचारे के साथ ख्ल्के खिदमत का पैगाम दिया। आपने बेमिसाल इबादत और खिदमत से अवाम को फैजयाब किया। उन्होंने गरीबों, मजलूमों और बेवाओं की मदद की और लोगों को खिदमत की राह दिखाई जो एक सच्ची राह है। इसी वजह से वे लाखों करोड़ों लोगों के दिलों में बसे हुए हैं। मैं हजरत ख्वाजा गरीब नवाज के आस्ताने मुबारक पर अदब ओ एहतराम के साथ अपनी खिराजे अकीदत पेश करते हुए यहां तशरीफ लाने वाले तमाम जायरीन का तहे दिल से इस्तकबाल करता हूं। साथ ही दुआ करता हूं कि सभी जायरीन की दिली मुरादें कुबूल हों। मैं उर्स की कामयाबी पर भी मुबारकबाद पेश करता हूं।