थानास्तर पर होगी सुनवाई, नहीं काटने पड़ेंगे दफ्तरों के चक्कर
थानास्तर पर होगी सुनवाई, नहीं काटने पड़ेंगे दफ्तरों के चक्कर

झुंझुनूं : गंगापुर सिटी से स्थानांतरित होकर आए आईपीएस देवेंद्र कुमार बिश्नोई ने बुधवार को झुंझुनूं में पुलिस कप्तान की जिम्मेदारी संभालने के बाद कहा कि आमजन अपराध संबंधी सूचना बिना किसी डर के पुलिस को दे सकते हैं, पहचान गोपनीय रखी जाएगी। आमजन को बड़े दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ें, इसके लिए उनकी प्राथमिकता रहेगी कि आम आदमी की व्यथा यथासंभव थाना स्तर पर ही सुनी जाकर वहीं समाधान भी हो जाए। जरूरत पड़ने पर कोई भी व्यक्ति बेझिझक उनसे मिलकर अपनी बात रख सकता है।
इससे पहले बिश्नोई बुधवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे सर्किट हाउस पहुंचे जहां एएसपी गिरधारीलाल शर्मा के नेतृत्व में पुलिस अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। इसी दौरान बिश्नोई सर्किट हाउस में ठहरे सीएम सलाहकार डॉ. राजकुमार शर्मा से मिलने पहुंचे। करीब 10 मिनट तक दोनों के बीच बंद कमरे में बातचीत हुई।
इसके बाद एसपी बिश्नोई ने गार्ड ऑफ ऑनर लिया और करीब सवा 11 बजे एसपी ऑफिस पहुंचकर पद संभाला। डीएसपी शंकरलाल छाबा, रोहिताश देवंदा, कोतवाल राममनोहर ठोलिया समेत अनेक पुलिस अधिकारियों ने नए एसपी का स्वागत किया। बिश्नोई ने पुलिस अधिकारियों व जवानों से मुलाकात कर जिले में कानून व्यवस्था संबंधी जानकारी ली। नए एसपी के लिए बॉर्डर इलाके से तस्करी व सक्रिय अपराधों पर अंकुश बड़ी चुनौती रहेगी।
हरियाणा व पंजाब से शराब तस्करी कर राजस्थान व गुजरात तक सप्लाई होती है। इसी तरह असम से मादक पदार्थों की तस्करी व यूपी और मध्यप्रदेश से हथियारों की जिले में सप्लाई, हरियाणा की गैंग द्वारा शेखावाटी के सक्रिय बदमाशों से मिलकर रंगदारी, फायरिंग व अन्य वारदातों पर लगाम लगाना भी बड़ी चुनौती रहेगी। हालांकि एसपी देवेंद्र कुमार का कहना है कि वे स्वयं हरियाणा के रहने वाले हैं, वहां के पुलिस अधिकारियों से सक्रिय बदमाशों की जानकारी साझा कर अपराधियों पर कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस को भी भारी पड़ सकती है लापरवाही पत्रकारों से रूबरू होते हुए चुनाव के समय अपराधियों की सक्रियता व शराब तस्करी के सवाल पर बिश्नोई ने कहा कि चुनाव निष्पक्ष व शांतिपूर्ण हों इसके लिए कोई कसर नहीं रखी जाएगी। पंजाब व हरियाणा से शराब तस्करी को रोकने के लिए बॉर्डर नाकों व मुखबिर तंत्र को मजबूत किया जाएगा। शराब तस्करी व अन्य अपराधों में स्थानीय पुलिस की मिलीभगत या लापरवाही सामने आई तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुलिस को भी समझना होगा कि जरा सी भी लापरवाही उन्हें भारी पड़ सकती है।