कैबिनेट बैठक आज, पेट्रोलियम पर वैट समेत 10 प्रस्तावों पर चर्चा, राहुल गांधी के दौरे की तैयारी
आज बुधवार को गहलोत कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में ईआरसीपी, पेट्रोल-डीजल पर वैट घटाने के मुद्दे समेत 10 से ज्याया प्रस्तावों पर चर्चा होगी। राहुल गांधी के जयपुर दौरे और सीएम की ईआरसीपी मुद्दे पर निकाली जाने वाली जन आशीर्वाद यात्रा की तैयारी के रूप में इस बैठक को देखा जा रहा है।

जयपुर : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कैबिनेट और मंत्री परिषद की अहम बैठक बुलाई है। जयपुर में मुख्यमंत्री निवास पर आज दोपहर 2 बजे से कैबिनेट की बैठक शुरू होगी। इसके बाद दोपहर 3 बजे से मंत्री परिषद की बैठक होगी। मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों को जयपुर में रहने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि, बैठक का एजेंडा जारी नहीं किया गया है।
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर और राहुल गांधी के 23 सितंबर को जयपुर दौरे के दौरान अहम घोषणाएं सरकार कर सकती है। विधानसभा चुनाव से पहले विभिन्न वर्गों को साधने के लिए गहलोत अहम निर्णय ले सकते हैं। कैबिनेट बैठक में विधानसभा चुनाव के मध्य नजर विभिन्न वर्गों को साधने के लिए अहम फैसले दिए जा सकते हैं। सरकार पेट्रोल-डीजल रेट और वैट पर भी रिव्यू करेगी। चुनाव से पहले प्रदेश में वैट घटाकर जनता को राहत दी जा सकती है। पिछले दिनों पेट्रोल पम्प डीलर्स एसोसिएशन की हड़ताल स्थगित करवाकर सरकार ने 10 दिन में मांगों पर एक्शन लेने का आश्वासन दिया था और उच्च स्तरीय कमेटी बनाई थी। जिसकी रिपोर्ट के आधार पर निर्णय लिया जा सकता है। सोशल सिक्योरिटी योजनाओं पर सीएम और राहुल गांधी दोनों का ही फोकस है।
23 सितंबर को आएंगे राहुल गांधी, 25 सितंबर से पूर्वी राजस्थान में सीएम निकालेंगे जन आशीर्वाद यात्रा
सूत्रों के मुताबिक बैठक में ईआरसीपी को लेकर खासी चर्चा होगी। क्योंकि, 25 से 29 सितंबर तक 5 दिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जन आशीर्वाद यात्रा निकालने जा रहे हैं, यह जन आशीर्वाद यात्रा पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों में ईआरसीपी के मुद्दे पर ही निकाली जाएगी। इससे पहले 23 सितंबर को राहुल गांधी जयपुर के मानसरोवर में शिप्रापथ पर पीसीसी के नए कार्यालय का शिलान्यास करने आ रहे हैं। ऐसे में राहुल गांधी के समक्ष कुछ अहम घोषणाएं सीएम गहलोत कर सकते हैं। जिसके लिए निर्णय आज की कैबिनेट बैठक में लिया जा सकता है। कैबिनेट बैठक में 10 से ज्यादा विभागों के प्रस्तावों पर मोहर लगा सकती है। सोशल सिक्योरिटी की योजनाओं पर सीएम का पूरा फोकस है।