रिश्वत मामले में राजीविका कर्मचारी को टर्मिनेट किया:महिला अधिकारी की भी सेवा समाप्ति की अनुशंसा, 20 हजार की रिश्वत में ट्रैप हुए थे
रिश्वत मामले में राजीविका कर्मचारी को टर्मिनेट किया:महिला अधिकारी की भी सेवा समाप्ति की अनुशंसा, 20 हजार की रिश्वत में ट्रैप हुए थे
झुंझुनूं : राजीविका संगठन में भ्रष्टाचार पर बड़ी कार्रवाई सामने आई है। 10 नवंबर को रिश्वत लेते पकड़े गए चिड़ावा ब्लॉक की बीपीएम (ब्लॉक परियोजना प्रबंधक) रेणुका और सुलताना क्लस्टर के एलआरपी धर्मेंद्र के खिलाफ विभाग ने कड़ा रुख अपनाया है। एसीबी की कार्रवाई के बाद जिला परियोजना प्रबंधक विप्लव न्यौला ने पहले एसीबी से विस्तृत रिपोर्ट मांगी और उसके आधार पर संगठन स्तर पर सख्त कदम उठाए।
रिश्वत प्रकरण में सीधे पकड़े गए सुलताना क्लस्टर के एलआरपी धर्मेंद्र के खिलाफ राजीविका ने तत्काल प्रभाव से एक्शन लेते हुए उसकी सेवा समाप्त कर दी है। प्रेरणा राजीविका महिला सर्वागी विकास सहकारी समिति लिमिटेड, सुल्ताना के प्रबंधक को क्लस्टर लेवल पर नियुक्त धर्मेंद्र को हटाने के निर्देश जारी कर दिए गए।

BPM रेणुका पर भी गिर सकती है गाज
एसीबी द्वारा पकड़ी गई दूसरी आरोपी, चिड़ावा ब्लॉक की बीपीएम रेणुका के खिलाफ भी विभाग ने कड़ा रुख अपनाते हुए राज्य मिशन निदेशक को उसकी सेवा समाप्ति की अनुशंसा भेज दी है। जिला परियोजना प्रबंधक द्वारा मिशन निदेशक को भेजी गई रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि रेणुका पिछले लगभग 1 साल से लगातार कार्य में लापरवाही बरत रही थी। विभाग द्वारा उसे जारी किए गए आधा दर्जन नोटिसों का भी उल्लेख रिपोर्ट में किया गया है। कई बार चेतावनी दिए जाने के बावजूद रेणुका के कामकाज में सुधार नहीं दिखा।
रेणुका के खिलाफ आंतरिक स्तर पर भी कई बार शिकायतें आई थीं। क्लस्टर प्रबंधन में अनियमितता, समूह बैठकों में गैर-जिम्मेदारी, समय पर प्रगति रिपोर्ट नहीं सौंपना और क्षेत्रीय निरीक्षण में लापरवाही जैसे मुद्दों को कई बैठकों में उठाया गया था। विभाग पहले ही उसकी कार्यशैली को लेकर सख़्त था, और अब रिश्वत प्रकरण में पकड़े जाने के बाद उसकी सेवा समाप्ति लगभग तय मानी जा रही है।
एसीबी की कार्रवाई के बाद दबाव बना
10 नवंबर को एसीबी की टीम ने ट्रैप कार्रवाई करते हुए सुलताना क्लस्टर में कार्यरत LRP धर्मेंद्र और BPM रेणुका को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। इस कार्रवाई के तुरंत बाद जिले की राजीविका टीम हरकत में आई। जिला परियोजना प्रबंधक विप्लव न्यौला ने मामले की जांच के लिए एसीबी से विस्तृत रिपोर्ट मांगी। रिपोर्ट मिलते ही सेवा समाप्ति की यह कार्रवाई शुरू हुई।
विभाग ने दिया संदेश—भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं
महिला अधिकारिता विभाग व राजीविका की ओर से इस कार्रवाई को साफ संदेश माना जा रहा है कि संगठन में भ्रष्टाचार या लापरवाही के लिए कोई जगह नहीं है। जिला परियोजना प्रबंधक विप्लव न्यौला ने कहा कि विभाग की ओर से एसीबी की कार्रवाई मिलते ही आवश्यक कदम उठाए गए हैं। जो भी कर्मचारी या कार्मिक संगठन की छवि को नुकसान पहुंचाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
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