ढेडाणा जोहड़ का प्राकृतिक स्वरूप खतरे में!
गोरक्षक दल ने जिला कलक्टर को सौंपा ज्ञापन

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : रविन्द्र पारीक
नवलगढ़ : ढाका की ढाणी ग्राम पंचायत स्थित ढेडाणा जोहड़ के प्राकृतिक स्वरूप को बदलने के आरोप में गोरक्षा दल और अन्य नागरिकों ने जिला कलक्टर डॉ. अरुण गर्ग को ज्ञापन सौंपा। आरोप है कि स्ट्रॉन्ग वाटर ड्रेनेज परियोजना के अधिकारियों ने जोहड़ भूमि पर एनओसी की शर्तों का उल्लंघन किया और हरे पेड़ काटकर भूमि को बंजर बना दिया।
ज्ञापन में बताया गया कि खसरा नंबर 479/390 (2.81 हेक्टेयर) और 391 (3.83 हेक्टेयर) भूमि में 25-30 फीट गहरे गड्ढे खोदे जा रहे हैं, जिनमें बरसाती पानी के साथ सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का वेस्टेज तथा शहर की नालियों का गंदा पानी डाला जाएगा। इससे जोहड़ में रहने वाले पशु-पक्षियों के लिए पीने के पानी का संकट उत्पन्न होगा।
ज्ञापन में यह भी कहा गया कि एनओसी की शर्तों के अनुसार पौधारोपण नहीं किया गया और जोहड़ में उगे बड़े खेजड़ी, नीम, सिरस समेत अन्य पेड़ उखाड़ दिए गए। जन भावना, पशु-पक्षियों व जीव-जंतुओं के पारिस्थितिक तंत्र के संरक्षण की शर्तें भी पूरी नहीं की गई हैं।
ज्ञापन सौंपने वालों में रमेश दीक्षित, भैंरोसिंह राठौड़, कमलकांत सारस्वत, नंदलाल दायमा, शंकर गुर्जर, छगनलाल, श्यामसुंदर, प्रेमप्रकाश कुमावत, जयकिशन दीक्षित, सुभाषचंद्र, नरोत्तम शर्मा सहित कई अन्य लोग शामिल थे। गोरक्षा दल ने बताया कि जिला कलक्टर ने उचित समाधान का आश्वासन दिया