झुंझुनूं-इस्लामपुर : इस्लामपुर में 23 घंटे बाद भी नहीं पिघले ओले:पाइप लाइन ठीक करते समय ओलों से भरा हुआ था गड्ढा
इस्लामपुर में 23 घंटे बाद भी नहीं पिघले ओले:पाइप लाइन ठीक करते समय ओलों से भरा हुआ था गड्ढा

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद आरिफ चंदेल
झुंझुनूं-इस्लामपुर : गिरदावर-पटवारियों को सौंपे मुआवजा दिलवाने और ऋण माफी के मांगपत्र
तहसील मुख्यालय एवं नजदीकी गांवों में शुक्रवार शाम तूफानी बारिश और ओलावृष्टि से हुए फसल खराबे ने अन्नदाता के सामने भी अनाज का संकट खड़ा कर दिया है। पक कर तैयार हुई गेहूं की बालियां बरसात-ओलों की बौछार से बिखर गई। तूफानी बारिश का वेग इतना तेज रहा कि खड़ी फसल खेतों में ही बिछ गई। ओजटू के पूर्व सरपंच शीशराम डांगी, प्रगतिशील किसान सतीश शर्मा ओजटूवाला, अजयसिंह शेखावत सहित अन्य ने बताया कि ऐसा खराबा इससे पहले कभी नहीं हुआ।
किसानों का कहना था कि मौसम की मार ना पड़ती तो इस बार जमाना (फसल) अच्छा होता। लेकिन अब खुद के खाने के लिए भी अनाज बाजार से खरीदना होगा, मवेशियों के लिए चारा भी पूरा नहीं पड़ेगा। ठीक ऐसे ही हालात अडूका पंचायत क्षेत्र की गुर्जरों की ढाणी, स्टेशन की ढाणी उरिका वाली और ब्राह्मणों की ढाणी में दिखाई दिए। परेशान किसानों ने खेतों में पसरी फसल दिखाते हुए 100 प्रतिशत खराबे का जल्द मुआवजा दिलवाने की मांग की। अडूका सरपंच शीशराम मेघवाल, मानसिंह, उदयसिंह सहित अन्य किसानों ने फसल छोटे-बड़े किसानों को खराबे का मुआवजा देने और ऋण माफी की मांग उठाई। वहीं स्वामी सेही-तोला सेही के किसानों ने भी पटवारी शीशराम को मांगपत्र सौंपा। मांगपत्र देने वालों में सरपंच ईश्वरसिंह पूनिया, दयानंद पूनिया, विजय कुमार, संजय पूनिया, महेश, नरेश, राजेन्द्रसिंह सहित अन्य लोग शामिल थे।
शाहपुर में गिरदावर व पटवारियों की टीम ने फसल खराबे का जायजा लेकर बनाई गिरदावरी रिपोर्ट
सिंघाना पंचायत समिति क्षेत्र में शुक्रवार शाम को बारिश के साथ ओलावृष्टि से कई गांवों में रबी फसल को काफी नुकसान हो गया। कई गांवों में खेतों में पककर तैयार खड़ी सरसों, गेंहू, जौ, चना व अन्य फसलें चौपट हो गई। समाजसेवी आनंद झाझड़िया शाहपुर ने बताया कि शुक्रवार दोपहर बाद अचानक बदले मौसम के चलते हुई बारिश व ओलावृष्टि से शाहपुर, सैदपुर, जयसिंहसर व बिशनपुरा सहित आस पास के गांव व ढाणियों में खेतों में फसलें नष्ट हो गई। सरपंच अनिता देवी की सूचना पर गिरदावर श्रवण कुमार व पटवारी प्रदीप कुमार की टीम ने खेतों में जाकर फसल में हुए नुकसान का जायजा लेकर रिपोर्ट बनाई। शाहपुर गांव के ख्यालीराम, निहालसिंह, रामेश्वर, सैदपुर से कर्मवीर, होशियार सिंह, बन्नेसिंह, भरतसिंह, जयसिंहसर व बिशनपुरा के किसानों के खेतों फसल खराबा होना पाया गया।
विधायक जेपी चंदेलिया ने शुक्रवार शाम को हुई ओलावृष्टि से फसलों में हुए खराबे को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर किसानों को मुआवजा दिए जाने की मांग की है। विधायक ने लिखा कि पिलानी विधानसभा क्षेत्र में शुक्रवार को हुई भयंकर ओलावृष्टि की वजह से किसानों की फसलें चौपट हो गई हैं। जिससे किसान भारी परेशानी में आ गए हैं। विधायक चंदेलिया ने तुरंत गिरदावरी करवाकर नष्ट हुई फसलों का पूरा मुआवजा दिए जाने की मांग की है।
इस्लामपुर. गड्ढे से ओलों को बाहर निकालते हुए।
पाइप लाइन ठीक करते समय ओलों से भरा गड्ढा
क्षेत्र में शुक्रवार शाम को तेज बारिश के साथ जमकर ओलावृष्टि हुई। जमीन पर ओलों की चादर बिछ गई और जमीन सफेद नजर आने लगी। शुक्रवार शाम को लगभग 3 बजे गिरे ओले शनिवार दोपहर को लगभग 2 बजे तक यानि 23 घंटे बीत जाने के बाद भी नहीं पिघले। रतनशहर के बसंतलाल शर्मा ने जब अपने घर के पास पाइपलाइन ठीक कराने के लिए मजदूर को गड्ढे में उतारा तो गड्ढे में ओले भरे हुए थे। नरेश सिरोहा ने टब में भरकर ओलों को गड्ढे से बाहर फेंका। इसी तरह माखर के खेल मैदान में भी मनरेगा श्रमिकों ने श्रमदान करते समय दोपहर को बर्तन में भरकर ओलों को खेल मैदान से बाहर गिराया।
सूरजगढ़ विधायक सुभाष पूनिया पहुंचे किसानों के बीच
बुहाना उपखंड के दर्जनों गांव में शुक्रवार शाम ओलावृष्टि होने से किसानों की पकी हुई फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई। किसानों का कहना है कि पक्की हुई फसल का नुकसान होने से किसानों की कमर पूरी तरह से टूट चुकी है। शनिवार को बुहाना उपखंड के भालोढ, श्योपरा, चुड़ीना, ढाणी भालोढ, झाझा, काकड़ा, भिर्र, बुहाना, बडबर, जयसिंहपुरा गांवों में सूरजगढ़ विधायक सुभाष पूनिया, बुहाना पूर्व प्रधान नीता यादव, किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष रतन सिंह तवर किसानों के बीच पहुंचे व किसानों को ढांढस बंधाते हुए मुआवजे दिलाने का आश्वासन दिया।
चूड़ीना के किसान कैलाश ने बताया कि 3 हजार बीघा जमीन में पक्की हुई फसल पूरी तरह से ओलावृष्टि के कारण नष्ट हो चुकी। ढाणी भालोट व काकड़ा में भी शुक्रवार शाम ओले गिरने से फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई। विधायक सुभाष पूनिया ने कहा कि किसानों की पक्की हुई फसल पूरी तरह से नष्ट हो चुकी है सरकार को किसानों की ओलावृष्टि के कारण नष्ट हुई फसल का हरियाणा की तर्ज पर मुआवजा दिया जाए। साथ ही किसानों का 6 महीने का बिल माफ कर राहत प्रदान की जाए व किसानों के पशुधन के चारे की व्यवस्था भी करनी चाहिए। विधायक पूनिया ने दूरभाष के जरिए जिला कलेक्टर को भी किसानों के नुकसान के बारे में अवगत कराया। जिला कलेक्टर ने 3 दिन में गिरदावरी कराकर मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया।
बुहाना सहायक कृषि अधिकारी सुनील कुमार भास्कर ने बताया कि कल हुई ओलावृष्टि से किसानों की पकी हुई फसल का मौका मुआयना किया। किसानों की पक्की हुई फसल का 70 से 80 प्रतिशत नुकसान हुआ है। नुकसान की 72 घंटे में टोल फ्री नंबर 18004196116 पर कॉल करने के लिए किसानों को अवगत कराया गया। शनिवार को बुहाना प्रधान हरीकिशन यादव ने पाथडोली, मेघपुर, झांझा, भालोठ में फसल खराबे का जायजा लिया।
साथ ही अधिकारियों से दूरभाष के जरिए बात कर जल्द गिरदावरी कराकर मुआवजा देने की मांग की। पाथड़ोली के किसान दयानंद ने बताया कि गांव की 4 हजार बीघा जमीन में पक्की हुई फसल ओलावृष्टि से पूरी तरह से नष्ट हो चुकी है। मुकेश मेघपुर ने बताया कि 50 बीघा जमीन में सरसों की फसल ओलों से पूरी तरह से नष्ट हो गई। झाझा गांव के महिपाल ने बताया कि 70 बीघा जमीन में गेहूं चना जो की फसल उगा रखी थी कल शाम को आधे घंटे तक जमकर हुई ओलावृष्टि ने पूरी फसल को नष्ट कर दिया। किसानों की फसलों में हुए नुकसान का भाजपा महिला मोर्चा की महामंत्री पूनम धर्मपाल गुर्जर ने महिलाओं के साथ ग्राम पंचायत बेसरडा में जायजा लिया।