विभिन्न मांगों को लेकर पिछले 26 घंटे से चल रहा धरना खत्म, विभिन्न मांगों पर बनी सहमति
विभिन्न सरकारी योजनाओं में आर्थिक सहायता और भूमि आवंटन पर बनी सहमति, मृतक मजदूर का करवाया पोस्टमार्टम

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नैना शेखावत
रींगस : सीकर जिले के रींगस में कल बोरवेल के गड्ढे में दबने से मजदूर की मौत के मामले में परिजनों व ग्रामीणों द्वारा न्याय की गुहार लगाते हुए धरना दिया जा रहा था। रात भर परिजन उप जिला अस्पताल के बाहर खुले में धरना स्थल पर डटे हुए थे। परिजनों की मांग थी कि मृतक मजदूर के आश्रित को सरकारी नौकरी दी जाए, 50 लाख की आर्थिक सहायता दी जाए और बोरिंग मालिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
परिजनों ने प्रशासन को खुली चेतावनी दी थी कि मजदूर मोहन को न्याय नहीं मिलता है तो धरना जल्द ही अनशन का रूप ले सकता है। अभी सैकड़ो लोग धरना दे रहे हैं आगामी कुछ घंटे बाद यही भीड़ हजारों में तब्दील हो जाएगी। वहीं घटना के बाद परिजन और ग्रामीण लगातार न्याय की गुहार लगा रहे थे और प्रशासन संवेदनहीन बना हुआ था। विभिन्न मांगों को लेकर परिजन और ग्रामीण पिछले 26 घंटे से उप जिला अस्पताल परिसर में धरना दे रहे थे।
यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा के निर्देश पर उनके पुत्र अजय सिंह खर्रा और एसडीएम बृजेश कुमार द्वारा की गई समझाइश के बाद मामला शांत हुआ और परिजन मजदूर के शव का पोस्टमार्टम करवाने को सहमत हुए। एसडीएम बृजेश कुमार ने बताया कि शिष्ट मंडल के साथ हुई वार्ता में विभिन्न सरकारी योजनाओं में आर्थिक सहायता और भूमिहीन होने के कारण ग्राम पंचायत से जमीन आवंटन का आश्वासन दिया गया, इसी के साथ प्रधानमंत्री आवास योजना में मृतक के परिवार के लिए मकान बनवाए जाएंगे। धरना समाप्ति के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली। मृतक मोहनलाल सैनी के शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सुपुर्द किया गया।