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बिजली विभाग के लाइनमैन की मौत, मुआवजे पर बनी सहमति:परिवार को 22 लाख, माता-पिता को मिलेगी पेंशन, डिस्कॉम के सामने शव रखकर बैठे थे परिजन


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बिजली विभाग के लाइनमैन की मौत, मुआवजे पर बनी सहमति:परिवार को 22 लाख, माता-पिता को मिलेगी पेंशन, डिस्कॉम के सामने शव रखकर बैठे थे परिजन

बिजली विभाग के लाइनमैन की मौत, मुआवजे पर बनी सहमति:परिवार को 22 लाख, माता-पिता को मिलेगी पेंशन, डिस्कॉम के सामने शव रखकर बैठे थे परिजन

फतेहपुर : फतेहपुर में विद्युत लाइन का फाल्ट ठीक करते समय करंट लगने से झुलसने के बाद कृष्ण कुमार की 5 दिन बाद सोमवार सुबह मौत हो गई। मुआवजे और कार्रवाई की मांग को लेकर परिजन और ग्रामीण शव को डिस्कॉम कार्यालय के सामने रखकर धरने पर बैठ गए। रातभर विरोध-प्रदर्शन किया। मंगलवार शाम 4 बजे 3 घंटे की वार्ता के बाद मांगों पर सहमति बनी।

बिजली विभाग के ऑफिस में संघर्ष समिति के पांच सदस्य और पुलिस प्रशासनिक और बिजली विभाग के अधिकारियों के बीच हुई वार्ता में पीड़ित परिवार को 22 लाख रुपए, माता-पिता को 7-7 हजार रुपए की आजीवन पेंशन और विभागीय कमेटी बनाकर दोषी कर्मचारियों के खिलाफ जांच पर सहमति बनी।

बता दें, 6 अगस्त को बिजली विभाग की एफ पार्टी में लाइनमैन का कार्य करते समय कस्बे के निकटवर्ती ग्राम बिरानिया में 11000 केवी लाइन का फाल्ट सही करते समय करंट लगने से कृष्ण कुमार (28) पुत्र हनुमान प्रसाद निवासी कारंगा छोटा, फतेहपुर गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें जयपुर में इलाज चल रहा था, जहां सोमवार सुबह उनकी मौत हो गई।

कृष्ण कुमार के शव को धरना स्थल पर रखा गया है।
कृष्ण कुमार के शव को धरना स्थल पर रखा गया है।

9:30 बजे पहुंचा कृष्ण कुमार का शव

इससे पहले, कृष्ण कुमार की मौत की सूचना मिलते ही सोशल मीडिया पर न्याय की मांग उठने लगी। देखते ही देखते विद्युत विभाग कार्यालय के सामने मुख्य सड़क पर लोग इकट्ठा होना शुरू हो गए। इसके बाद रात 9:30 बजे कृष्ण कुमार का शव धरना स्थल पहुंचा, जहां पिकअप में शव को रखकर लोग पूरी रात सड़क पर ही न्याय की मांग के लिए डटे रहे।

वार्ता के लिए नहीं पहुंचा कोई अधिकारी

धरना-प्रदर्शन के दौरान रात में वार्ता के लिए न तो कोई प्रशासनिक अधिकारी और न ही कोई पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचा। हालांकि, विद्युत विभाग में धरने को देखते हुए लक्ष्मणगढ़ डीएसपी अजय कुमार, सदर थाना अधिकारी कृष्ण कुमार, थाने के जवान और QRT टीम के कमांडो कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए मौजूद रहे।

डिस्कॉम के सामने लोग रातभर धरने पर बैठे रहे, लेकिन को भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा।
डिस्कॉम के सामने लोग रातभर धरने पर बैठे रहे, लेकिन को भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा।

2 दिन तक चला था धरना

कृष्ण कुमार को करंट लगने के बाद ग्रामीणों और परिजनों ने दो दिन तक कई मांगों को लेकर विद्युत विभाग कार्यालय के सामने धरना दिया था। इस दौरान कई बार प्रशासन और प्रदर्शनकारियों के बीच बहस भी हुई थी।

कृष्ण कुमार दो बहनों में इकलौता भाई था।
कृष्ण कुमार दो बहनों में इकलौता भाई था।

इकलौता कमाने वाला था कृष्ण कुमार

कृष्ण कुमार के पिता मजदूरी करते हैं और मां गृहिणी हैं। उनकी दो बड़ी बहनें शादीशुदा हैं। घर में कमाने वाला कृष्ण कुमार ही इकलौता बेटा था। वह शादीशुदा थे और उनका एक दो साल का बेटा भी है।

यह लोग भी रहे मौजूद

सभापति मुस्ताक अहमद नजमी, जिला प्रतिनिधि सुरेंद्र खटकड़, पार्षद धर्मेंद्र महिचा, शहर कांग्रेस अध्यक्ष छोटेलाल महेचा, यूथ कांग्रेस प्रदेश महासचिव अंकित चौधरी, आसिफ, सुरेंद्र महिचा, हंसराज, कामरेड कैलाश बलारा, रामप्रसाद जांगिड़, कामरेड आबिद अली, कपिल, इमरान प्रभूसिंह, पार्षद इस्माइल खान, अशोक गोदारा मौके पर मौजूद है।

बेनीवाल ने भी न्याय के लिए लिखा-

सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी अपनी फेसबुक पर धरना स्थल की फोटो लगाकर कृष्ण कुमार को न्याय दिलाने के लिए सरकार से आग्रह किया है।

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