बेंगलुरु में सेना के जवान का निधन:कबड्डी कोच धर्मेंद्र नेहरा को पैतृक गांव में सैन्य सम्मान के साथ दी अंतिम विदाई
बेंगलुरु में सेना के जवान का निधन:कबड्डी कोच धर्मेंद्र नेहरा को पैतृक गांव में सैन्य सम्मान के साथ दी अंतिम विदाई

बुहाना : भारतीय सेना की एएससी कोर में कार्यरत जवान धर्मेंद्र नेहरा का बेंगलुरु में हृदय गति रुकने से निधन हो गया। शनिवार को उनके पैतृक गांव सांवलोद में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। धर्मेंद्र नेहरा सितंबर 2002 में भारतीय सेना की एएससी कोर में बेंगलुरु में भर्ती हुए थे। वे कबड्डी के अच्छे खिलाड़ी थे और वर्तमान में एनआईएस कोच के पद पर बेंगलुरु में कार्यरत थे। बीमार होने पर उन्हें करीब 20 दिन पहले बेंगलुरु के आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 24 जुलाई को दोपहर में हृदय गति रुकने के कारण उनका निधन हो गया।

उनके परिवार में पत्नी सुमन, 22 वर्षीय बेटी रीना और 20 वर्षीय बेटा अमन हैं। रीना ने बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई पूरी की है। बेटा अमन भी आर्मी में बेंगलुरु में तैनात है। अंतिम संस्कार के दौरान बेटे अमन ने अपने पिता को मुखाग्नि दी।
अंतिम यात्रा के दौरान एक अजीब घटना भी घटी। जब अंतिम यात्रा शमशान भूमि पहुंची, तो पीपल के पेड़ में लगे मधुमक्खियों के छत्ते से मधुमक्खियों ने लोगों पर अचानक हमला कर दिया। इस हमले में करीब 50-60 लोगों को मधुमक्खियों ने काटा। सभी घायलों का उपचार पीएचसी सांवलोद में कराया गया।
जवान धर्मेंद्र नेहरा को जयपुर से आई आर्मी की टुकड़ी ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया और पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर जिला सैनिक अधिकारी कर्नल सुरेश कुमार जांगिड़, तहसीलदार बजरंग जाखड़, कैप्टन रामकिशन डारा, कैप्टन रमेश, कैप्टन जयकरण, विजय सिंह नेहरा, विकाश भालोठिया, सरपंच प्रेम सिंह और थानाधिकारी रामसिंह यादव सहित अनेक लोग उपस्थित थे।