भोपे से 1510 का इलाज कराया:15MM की पथरी ज्यों की त्यों:मुंह से पेट काटा, दावा- निकल गई; दर्द बढ़ा तो महिला पहुंची अस्पताल
भोपे से 1510 का इलाज कराया:15MM की पथरी ज्यों की त्यों:मुंह से पेट काटा, दावा- निकल गई; दर्द बढ़ा तो महिला पहुंची अस्पताल

कोटा : भोपे ने पहले पथरी वाली जगह पर पानी की कुछ बूंदें डालीं। फिर उसने उस जगह को मुंह से काटा। करीब 1 मिनट तक वह ऐसा करता रहा। फिर उसने एक छोटा सा पत्थर का टुकड़ा निकालकर महिला को दिखाया और कहा कि पथरी निकल गई है।
इस गलत इलाज से महिला का दर्द बढ़ गया। इसकी हालत इतनी बिगड़ी कि कोटा के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। आज के समय में जब डॉक्टर और अच्छे अस्पताल हर जगह मौजूद हैं, तब भी लोग ऐसी अंधविश्वास वाली बातों में फंस जाते हैं। बूंदी जिले के इंदरगढ़ कस्बे के सुमेरगंजमंडी में रहने वाली रेशमा (33) के साथ भी ऐसा ही हुआ।

शुरुआत में डॉक्टर ने दी थी ऑपरेशन की सलाह
महिला के पति बंटी (35) ने बताया कि एक महीने पहले पत्नी को पेट दर्द की शिकायत पर कोटा के सरकारी अस्पताल में दिखाया था। सोनोग्राफी में गॉलब्लैडर में 12 MM की पथरी पाई गई थी। डॉक्टरों ने ऑपरेशन की सलाह दी, लेकिन वे बिना इलाज करवाए वापस गांव लौट आए।
भोपे के पास कैसे पहुंची महिला
बंटी ने बताया- मैं पत्थर के स्टॉक पर काम करता हूं। मेरे दो छोटे बच्चे हैं। पत्नी का दर्द लगातार बढ़ रहा था। एक रिश्तेदार की सलाह पर 14 जून को भीलवाड़ा के पुर गांव में भोपे के पास गए। वहां 1510 रुपए की पर्ची कटवाई। करीब 40-50 मरीजों में से 14-15 पथरी के मरीज थे।

भोपे का तथाकथित इलाज
बंटी ने बताया- “ढाई घंटे के इंतजार के बाद रेशमा का नंबर आया। भोपे ने पूजा की और रेशमा को लिटाकर पथरी वाली जगह पर पानी की बूंदें डालीं। फिर अपने मुंह से रेशमा की पथरी वाली जगह पर काटा। करीब 1 मिनट तक भोपा अपने मुंह से रेशमा की पथरी वाली जगह को काटता रहा। फिर पथरी का छोटा सा टुकड़ा निकाल कर हाथ में दे दिया।”
थोड़ा देर बाद चक्कर आने लगे
बंटी ने बताया- “थोड़ा देर बाद पत्नी को चक्कर आने लगे। उसे साइड में कूलर की हवा में लिटा दिया। भोपा ने एक कागज की पुड़िया में 3 दिन की दवा दी। जिसे कच्चे दूध के साथ खाना था। उस दिन शाम को वापस घर लौट आए। पत्नी को आराम नहीं मिला। उसे फिर से दर्द होने लगा। दो दिन इंतजार के बाद मंगलवार को गांव में ड्रिप चढ़ाई।
तबीयत में सुधार नहीं होने पर भर्ती कराया
बुधवार को कोटा आ गए। निजी हॉस्पिटल में डॉक्टर को दिखाया। सोनोग्राफी सहित अन्य जांचे करवाई तो गॉलब्लैडर में 15 एमएम की पथरी होना पाया। बंटी ने बताया कि भोपा ने हमारे सामने 6-7 लोगों की पथरी निकाली थी। भोपा द्वारा पथरी निकालने के बाद रेशमा के पेट में हल्का घाव हो गया।
पेट पर दांत का निशान था
डॉ. रत्ना जैन ने कहा कि हॉस्पिटल में आने के बाद महिला की सोनोग्राफी करवाई गई। महिला के गॉलब्लैडर में पथरी थी। महिला के पेट पर दांत का निशान था। पति से पूछने पर उसने सारी बात बताई। पथरी निकालने का ये गलत तरीका है। इसे फेथ हीलिंग कहते हैं।
भारत में ये काफी प्रचलित है। फेथ हीलिंग से पॉजिटिविटी आती है। छोटी-मोटी तकलीफें ठीक भी हो जाती हैं। मेरे बड़े भाई प्रो. अजित दलाल ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में रहते हुए फेथ हीलिंग पर बहुत काम किया है। लेकिन आजकल कुछ लोग फर्जी तरीके से काम करते हैं। उन्हें पकड़वाना चाहिए।