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काजड़ा ग्राम पंचायत को पिलानी में शामिल करने का विरोध:सूरजगढ़ से 4 किमी दूर काजड़ा को 12 किमी दूर पिलानी से जोड़ने पर ग्रामीणों में रोष


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काजड़ा ग्राम पंचायत को पिलानी में शामिल करने का विरोध:सूरजगढ़ से 4 किमी दूर काजड़ा को 12 किमी दूर पिलानी से जोड़ने पर ग्रामीणों में रोष

काजड़ा ग्राम पंचायत को पिलानी में शामिल करने का विरोध:सूरजगढ़ से 4 किमी दूर काजड़ा को 12 किमी दूर पिलानी से जोड़ने पर ग्रामीणों में रोष

पिलानी : राजस्थान के काजड़ा गांव में आज ग्रामीणों ने एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया। विरोध का कारण है ग्राम पंचायत काजड़ा को सूरजगढ़ पंचायत समिति से हटाकर पिलानी पंचायत समिति में जोड़ने का प्रस्ताव। सरपंच मंजू तंवर के नेतृत्व में हुए इस प्रदर्शन में ग्रामीणों ने कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए। उनका कहना है कि काजड़ा से सूरजगढ़ की दूरी मात्र 4 किलोमीटर है। वहीं पिलानी 12 किलोमीटर दूर है। सूरजगढ़ जाने के लिए नियमित परिवहन सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसके विपरीत पिलानी जाने के लिए कोई सार्वजनिक परिवहन नहीं है। पूर्व सरपंच राजेंद्र शर्मा और समाजसेवी मनजीत सिंह व भरत नागवान ने एक और महत्वपूर्ण बिंदु उठाया। उन्होंने बताया कि काजड़ा की तहसील, उपखंड कार्यालय और रेलवे स्टेशन भी सूरजगढ़ में ही स्थित हैं। ऐसे में यह प्रस्ताव पूरी तरह अव्यावहारिक है।

विरोध प्रदर्शन में पूर्व सरपंच सरोज शर्मा, भीम सिंह शेखावत, कैलाश नागवान, जगदीश प्रसाद सेन, भगवती प्रसाद स्वामी, सत्यनारायण सिंगाठिया, पालाराम कुमावत, रामस्वरूप बुडानिया, बाबूलाल कुमावत, भगवती प्रसाद चंदेलिया, बाबूलाल मिस्त्री, सुमेर सिंह शेखावत, विजय सिंह शेखावत, विनोद सोनी, अनिल शर्मा, अनिल कलावटिया, राय सिंह शेखावत, लक्ष्मीकांत जोशी, होशियार सिंह सिंगाठिया, नाहर सिंह शेखावत, पवन शर्मा, श्री निवास शर्मा, धीर सिंह नायक, मुकेश सिंह शेखावत, विक्रम गुर्जर, गुरुदयाल जांगिड़, कपिल गुर्जर, विनोद नायक, मुन्नाराम मिस्त्री, प्यारेलाल मेघवाल, संदीप शेखावत, अशोक कुमावत, राजेन्द्र सैनी, अक्षय शर्मा, रोहित नागवान, मुरारीलाल शर्मा, दिनेश शेखावत, गुमान सिंह शेखावत, अशोक कुमार स्वामी, निखिल तंवर, नीरज सिंह, अक्षय सैन, धर्मेन्द्र सिंह शेखावत, रोबिन चंदेलिया सहित गांव के कई प्रमुख लोग शामिल हुए। सभी ने एक स्वर में प्रशासन और राज्य सरकार से इस फैसले पर पुनर्विचार की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि आखिर काजड़ा को पिलानी पंचायत समिति में जोड़ने का क्या औचित्य है।

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