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कांग्रेसियों ने जलाया ज्ञानदेव आहूजा का पुतला:जिलाध्यक्ष बोले- भाजपा कर रही छुआछूत, यह दलितों के प्रति उनकी मानसिकता का परिचायक


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कांग्रेसियों ने जलाया ज्ञानदेव आहूजा का पुतला:जिलाध्यक्ष बोले- भाजपा कर रही छुआछूत, यह दलितों के प्रति उनकी मानसिकता का परिचायक

कांग्रेसियों ने जलाया ज्ञानदेव आहूजा का पुतला:जिलाध्यक्ष बोले- भाजपा कर रही छुआछूत, यह दलितों के प्रति उनकी मानसिकता का परिचायक

झुंझुनूं : कांग्रेस पार्टी ने भाजपा नेता ज्ञानदेव आहूजा के खिलाफ झुंझुनूं जिला कांग्रेस कमेटी ने अध्यक्ष दिनेश सुंडा के नेतृत्व में बुधवार को कलेक्ट्रेट पर जोरदार प्रदर्शन किया। रैली के रूप में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे और भाजपा नेता ज्ञानदेव आहूजा का पुतला जलाकर अपना आक्रोश व्यक्त किया।

इस दौरान जिला कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश सुंडा ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह छुआछूत भाजपा कर रही है। उन्होंने ज्ञानदेव आहूजा के कार्य को भाजपा की दलितों के प्रति मानसिकता का परिचायक बताया। झुंझुनूं मंडल अध्यक्ष अजमत अली ने भी भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा के दिल में दलितों से दुर्भावना, नफरत और ईर्ष्या भरी है।

कांग्रेस नेताओं ने एक स्वर में कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता ज्ञानदेव आहूजा का यह बयान भाजपा की दलितों के प्रति दलितों के प्रति छिपी हुई मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने सवाल उठाया कि ‘क्या भाजपा दलितों से इतनी नफरत करती है कि उन्हें पूजा पाठ करते हुए भी नहीं देख सकती? क्या भगवान पर केवल भाजपा नेताओं का ही अधिकार हो गया है?’

गौरतलब है कि ज्ञानदेव आहूजा के इस विवादित बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। हालांकि, इस कार्रवाई के बावजूद कांग्रेस पार्टी का विरोध प्रदर्शन जारी है और वह इस मुद्दे पर भाजपा को घेरा जा रहा है। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए।

यह है मामला

रामनवमी के दिन अलवर की एक सोसाइटी स्थित श्रीराम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी हिस्सा लिया और मंदिर में पूजा-अर्चना की।

इस घटना के अगले ही दिन भाजपा के वरिष्ठ नेता ज्ञानदेव आहूजा ने इस पर आपत्ति जताते हुए विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि मंदिर में ऐसे लोगों को बुलाया गया जिन्होंने भगवान श्रीराम के अस्तित्व को ही नकारा है। आहूजा ने दावा किया कि कांग्रेस के नेता राम मंदिर का बहिष्कार करते हैं, इसलिए उनके नेताओं को मंदिर में आने का नैतिक अधिकार नहीं है। उन्होंने यह भी सनसनीखेज आरोप लगाया कि मंदिर में ‘अपवित्र’ लोग आ गए थे, जिसके कारण उन्होंने गंगाजल से शुद्धिकरण किया है। हालांकि, अपने बयान में उन्होंने सीधे तौर पर टीकाराम जूली का नाम नहीं लिया, लेकिन उनके इस बयान को दलित समुदाय के प्रति द्वेषपूर्ण माना गया।

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