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रोजा रखने या ‘ड्राई फास्टिंग’ के हैं कई वैज्ञानिक फायदे,डॉ कादिर हुसैन


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रोजा रखने या ‘ड्राई फास्टिंग’ के हैं कई वैज्ञानिक फायदे,डॉ कादिर हुसैन

रोजा रखने या 'ड्राई फास्टिंग' के हैं कई वैज्ञानिक फायदे,डॉ कादिर हुसैन

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद अली पठान

चूरू : जिला मुख्यालय ‌‌ के नजदीक गांव आसलू से डॉ कादिर हुसैन ‌यूनानी चिकित्सा अधिकारी राजकीय यूनानी औषधालय लाखाऊ‌ ने बताया की माहे रमजान के महीने में रोजे रखना मतलब बिना पानी पिए उपवास रखना (रोजा रखना) आपको सभी बड़ी गंभीर बीमारियों से बचा सकता है। पूरा शरीर और सिस्टम साफ हो जाता है। इससे वजन घटता है, इम्यूनिटी बढ़ती है और उम्र को रोकने (एंटी-एजिंग) में भी मददगार है।इतना ही नहीं, ड्राई फास्टिंग यानी रोज़ा रखने से आप कैंसर, ट्यूमर, मोटापा,डायबिटीज, हार्ट के रोग, हाई ब्लड प्रेशर आदि जैसी गंभीर बीमारियों से भी अपने शरीर को लड़ने में मदद कर सकते हैं।

रोजा रखने के हैं वैज्ञानिक फायदे
डॉ कादिर हुसैन ने बताया हैं कि खाने और पानी को कुछ समय के लिए छोड़ना शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है। हमारे बॉडी का सिस्टम खूदा ने बहुत ही सोच समझकर बनाया है। इसीलिए जब हम बीमार पड़ते हैं, तो हमें भूख और प्यास कम लगती है। इसका कारण यह है कि खाने और पानी की मात्रा को घटाकर शरीर अपने आप को हील करने की कोशिश करता है। लेकिन लोगों में ये मिथ्या बात फैली हुई है कि बीमार पड़ने पर और ज्यादा खाना चाहिए। लेकिन कुछ दिनों के लिए खाना-पानी छोड़ना शरीर के लिए फायदेमंद है।

ट्यूमर, कैंसर जैसी बीमारियों से लड़ने में मिलती है मदद
डॉ कादिर हुसैन के अनुसार ड्राई फास्टिंग के द्वारा शरीर को कैंसर और ट्यूमर जैसी बीमारियों को लड़ने में मदद मिलती है। इसका वैज्ञानिक कारण यह है कि जब आप पूरी तरह उपवास रखते हैं और पानी भी नहीं पीते हैं, तो आपका शरीर सबसे पहले बीमार सेल्स को वर्न करके एनर्जी बनाता है, ताकि स्वटव सेल्स को नुकसान न पहुंचे। ऐसे में अगर किसी व्यक्ति के शरीर में ट्यूमर है या सेल्स से जुड़ी कोई दूसरी बीमारी है, तो शरीर उस हिस्से के सेल्स को तेजी से बर्न करता है और बीमारी धीरे-धीरे खत्म होने लगती है।

इम्यूनिटी बढ़ाने का सबसे बेहतर तरीका है ।

ड्राई फास्टिंग शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने का सबसे अच्छा और पावरफुल तरीका है। इस तरह के उपवास से शरीर की इम्यूनिटी बढ़ती है और कई रोगों का खतरा कम होता है। ड्राई फास्टिंग के द्वारा शरीर में इंफ्लामेशन घटता है। इंफ्लामेशन ही वह कारण है, जो कैंसर, डायबिटीज, मोटापा,दिल की बीमारियों को बढ़ावा देता है। इसलिए रोजा रखने या निर्जला व्रत रखने से आप इन रोगों से बच सकते हैं।

रमजान के महिने में रोजा रखने से शरीर की सारी गंदगी निकल जाती है। जब आप उपवास करते हैं, तो आपके शरीर की सारी गंदगी निकल जाती है। चाहे आप पानी पीकर उपवास करें या फिर बिना पानी पिए यानी ड्राई फास्टिंग करें। पानी पीकर उपवास करने से आपकी किडनी, लिवर और आंतों में जमा गंदगी पानी के साथ निकल जाती है। लेकिन फिर भी बहुत सारी गंदगिया सेल्स के अंदर रह जाती है। वहीं जब आप ड्राई फास्टिंग करते हैं यानी पानी भी नहीं पीते हैं, तो आपके सेल्स अपने आप ही अपने शरीर के भीतर की गंदगी को बर्न करने लगते हैं। इससे बॉडी की ज्यादा बेहतर सफाई हो जाती है। जब आप ड्राई फास्टिंग मतलब रोजा करते हैं, तो आपके शरीर के सेल्स (कोशिकाएं) टॉक्सिन्स को बर्न करते हैं। इसी के साथ शरीर के भीतर मौजूद डेड सेल्स भी बर्न हो जाती हैं और उनकी जगह खाली हो जाती है। इससे होता यह है कि आपका शरीर ज्यादा स्टेम सेल्स बनाने लगता है। ये स्टेम सेल्स ही आगे चलकर आपके शरीर में नए सेल्स का निर्माण करती हैं। आपके शरीर में जितने ज्यादा नए सेल्स बनेंगे आप उतने समय तक जवान और खूबसूरत बने रहेंगे।

डॉ कादिर हुसैन ने बताया कि यूनानी चिकित्सा पद्धति में इलाज बिल गिजा ,इलाज बिल दवा और इलाज बिल जराहत से मरीजों का इलाज किया जाता है। जिसमें से इलाज बिल गिजा मतलब आहार चिकित्सा से इलाज यूनानी चिकित्सा पद्धति का अहम हिस्सा है। इसी में यह आता है और शरीर की बहुत सी बिमारियों में भुखा रखना जरूरी होता है जैसे पेंट में गैस का बनना,अपच,फुड पोइजनिंग, अफारा आदि।

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