राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय ढाढर के सभागार में कैरियर डे सेमिनार आयोजित की गई हैं
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय ढाढर के सभागार में कैरियर डे सेमिनार आयोजित की गई हैं

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद अली पठान
चुरू : जिला मुख्यालय के निकटवर्ती ग्राम ढाढर की रा उ मा वि के सभागार में केरीयर डे सेमिनार एडवोकेट रामेश्वर प्रजापति जिला अध्यक्ष सिवील राईट सोसायटी के आतिथ्य में आयोजित की गई। मुख्य वक्ता एडवोकेट रामेश्वर प्रजापति ने कहा कि सुस्वास्थ्य शैक्षणिक विकास की प्रथम सिढी होती है प्यारे बच्चों व्यायाम, भ्रमण, शुद्ध खान पान, ध्यान योग, अंकुरित अनाज सहित सभी बातों का ध्यान रखना है, उन्होंने कहा कि प्यारे बच्चों स्वास्थ्य अच्छा नहीं रखोगे बचपन में तो बुढ़े हो जाओगे पचपन में,घर में किचन गार्डन लगा कर शुद्ध सब्जी व बाजरे को खाना पान में प्राथमिकता देनी है, सुस्वास्थ्य के लिए प्रातः जल्दी चार बजे से पहले उठकर चार घंटे घर पर पढ़कर ही शाला आना है सुबह सो प्रतिशत दिमाग की उपस्थिति रहती है दिन में पच्चीस प्रतिशत दिमाग उपस्थित रहता है यानी सुबह चार गुना अधिक पढ़ाई होती है। उन्होंने कहा कि प्यारे बच्चों सुबह जल्दी उठकर लिखकर पढ़ना है लिख कर पढ़ने से निंद नहीं आयेगी,भुलोगे नहीं,याद अधिक होगा, हस्तलिपि में सुधार होगा, शब्द कोष बढ़ेगा,लिख कर याद करने से अशुद्धी दुर होगी, एकाग्रता रहेगी, लिखने की स्पीड बढ़ेगी, संक्षिप्त नोटस तैयार करोगे तो दुबारा दोहराने में सहायक रहेगा। उन्होंने कहा कि अच्छे केरीयर के लिए जिस क्षेत्र में जाना चाहते हो उस की बारहवीं के इर्द-गिर्द ही जानना जरुरी है। हमारे समय की बहुत सी प्रतिभाये प्रोत्साहन के अभाव में पसीने में रह गई। उन्होंने कहा कि सबसे पहले विश्वास, प्रयास,मेहनत और अभ्यास ये सफलता का सुत्र है मेहनत से तो असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है। संस्कृत में कहावत है विद्यार्थी कुतम सुखम यानी विद्यार्थी को सुख कहां ओर सुख है तो विद्यार्थी नहीं ये सोच कर पढ़ना है। भुत काल को याद करोगे तो भुत का सा डर लगेगा, भविष्य की चिन्ता करोगे तो मस्तिष्क भारी रहेगा, वर्तमान अच्छा करोगे तो भविष्य अपने आप अच्छा हो जायेगा। प्रजापति ने विधि के क्षेत्र में जाने को लिए विस्तार से सुप्रीम कोर्ट जज बनने तक की जानकारी देते हुए कहा कि विधि के क्षेत्र में अनगिनत अवसरों के साथ ही छोटी कतार व कम विषय, कम खर्च का क्षेत्र है। उन्होंने स्वामी विवेकानंद, स्वामी केशवानंद, स्वामी गोपाल दास, बाबा साहेब भिंवराव अम्बेडकर आदि की जिवन से प्रेरणा लेने की सलाह दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य शंकर लाल सरावग ने की उन्होंने बच्चों से अनुशासित हो कर कड़ी मेहनत व बुजुर्गो के आशीर्वाद से आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। शाला के पी टी आई ने आगंतुकों को धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम का संचालन किया। कार्यक्रम में राधे श्याम मीना ,डा मानसिंह सामौर, डा यासीन खां, प्रियंका जांगीड़,मुखराम प्रजापत, प्रियंका झुंझुनूं, उर्मिला बुडानिया, राकेश सेवदा, रफीक खान,उषा मेव, विक्रम, विजेन्द्र, लाल चंद,सुमिता, हरीराम, सुरेन्द्र कस्वा ने कार्यक्रम में सहभागिता दी।