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सीकर में नानी बाई का मायरा सुना रही बाल कथावाचक:पीठाधीश्वर अवदेशाचार्य बोले- बच्चों को अच्छी शिक्षा और संस्कार दें, भक्त नरसी के प्रसंग सुनाए


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सीकर में नानी बाई का मायरा सुना रही बाल कथावाचक:पीठाधीश्वर अवदेशाचार्य बोले- बच्चों को अच्छी शिक्षा और संस्कार दें, भक्त नरसी के प्रसंग सुनाए

सीकर में नानी बाई का मायरा सुना रही बाल कथावाचक:पीठाधीश्वर अवदेशाचार्य बोले- बच्चों को अच्छी शिक्षा और संस्कार दें, भक्त नरसी के प्रसंग सुनाए

सीकर : सीकर के पिपराली चौराहा स्थित नागेश्वर महादेव गणेश मंदिर में तीन दिवसीय रजत जयंती महोत्सव मनाया जा रहा है। बाल कथावाचक कृष्णा किशोरी व्यास कथा सुना रही है। कथा के तीसरे दिन रविवार को भक्त नरसी के नानी बाई के ससुराल जाने के प्रसंग सुनाए।

कथा सुनती हुई महिलाएं।
कथा सुनती हुई महिलाएं।

कृष्णा किशोरी ने कथा के माध्यम से बताया कि भक्त नरसी बिना किसी सामान के नानी बाई के ससुराल पहुंच जाते हैं। जिसके कारण उनके ससुराल वाले उन्हें ताना देते हैं। जिससे दुखी होकर नानी बाई कहती है कि जब आपके पास मायरे का सामान नहीं था तो आप यहां आए ही क्यों। कृष्णा किशोरी ने पूरी कथा संगीतमय धुनों से सुनाई।

कार्यक्रम में मौजूद साधु-संत।
कार्यक्रम में मौजूद साधु-संत।

कथा में पहुंचे लोहार्गल पीठाधीश्वर अवदेशाचार्य महाराज ने कहा कि बच्चों के प्रथम गुरु माता-पिता होते हैं। माता-पिता बच्चों को अच्छे संस्कार दें, बड़ों को सम्मान देना सिखाएं तथा अच्छी संगति में रखें ताकि वे संस्कारवान बने और उनका नाम रोशन करें। उन्होने कहा कि सीकर का सौभाग्य है कि बाल उम्र की कथावाचक मायरे की कथा सुना रही है। कथा सुनने के लिए आस-पास के गांवों से भी काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।

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