नीमकाथाना में चक्का जाम का ऐलान:जिले की बहाली की मांग; पूर्व विधायक समेत कई संगठनों का समर्थन, कहा- सरकार के प्रति गुस्सा
नीमकाथाना में चक्का जाम का ऐलान:जिले की बहाली की मांग; पूर्व विधायक समेत कई संगठनों का समर्थन, कहा- सरकार के प्रति गुस्सा
नीमकाथाना : नीमकाथाना जिले की बहाली को लेकर आंदोलन तेज हो गया है। पूर्व विधायक रमेश खंडेलवाल ने अपने कार्यालय में बैठक बुलाकर जिला विकास मंच का गठन किया, जिसका अध्यक्ष सत्यनारायण अग्रवाल को बनाया गया। मंच ने 30 जनवरी को युवा शक्ति मैदान संगठन द्वारा किए जाने वाले चक्का जाम का समर्थन किया है।
पूर्व विधायक खंडेलवाल ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नीमकाथाना जिले को हटाकर जनता पर छुरा घोंपा गया है। उन्होंने कहा कि इस फैसले से क्षेत्र की जनता में गहरा दुख है और सरकार के प्रति भारी आक्रोश है। जिला विकास मंच का मुख्य उद्देश्य रद्द किए गए नीमकाथाना जिले को बहाल करवाना है।
युवा शक्ति मैदान के पदाधिकारी शीशपाल भाकर ने सभी संगठनों और राजनेताओं से 30 जनवरी को होने वाले चक्का जाम में शामिल होने की अपील की है। जिला विकास मंच के अध्यक्ष सत्यनारायण अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि जिले की बहाली के लिए हर स्तर पर संघर्ष किया जाएगा। नेताओं का कहना है कि जब तक जिला बहाल नहीं हो जाता, आंदोलन जारी रहेगा।
जिला अध्यक्ष पहुंची संघर्ष समिति के धरने पर
जिला बचाओ संघर्ष समिति द्वारा कलेक्ट्रेट के सामने चल रहे कार्मिक भूख हड़ताल पर कांग्रेस जिला अध्यक्ष सुनीता गठाला पहुंची। उन्होंने धरने को समर्थन दिया। सुनीता गठाला ने कहा कि जिला अध्यक्ष सुनीता गाथाला ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सीकर संभाग और नीमकाथाना जिले को राजनीतिक द्वेषता के चलते हटाया गया है जो राजस्थान की भाजपा सरकार की हताशा को दर्शाता है।
राजस्थान में 21 में से 14 सीटें कांग्रेस ने जीत हासिल की इसके साथ तीनों सांसद सीकर चुरु झुंझनू दो कांग्रेस एक इंडिया गठबंधन जीत करके गया है जो भारतीय जनता पार्टी में कहीं ना कहीं निराश हुई शेखावाटी क्षेत्र में कांग्रेस मजबूत पार्टी के रूप में थी जो कांग्रेस को कमजोर करने की दृष्टि से यह कु चेष्टा की गई है जो निंदनीय है सीकर संभाग और नीमकाथाना जिला अपने मापदंड पूरे करता था जिसके लिए जनता लगातार आंदोलन कर रही है।