पायलट बोले- सरकार कंफ्यूज,मंत्री और सत्ताधारी विधायक असहाय:बीजेपी सरकार में कई पावर सेंटर बने, कोई स्कीम जमीन पर नहीं उतरी
पायलट बोले- सरकार कंफ्यूज,मंत्री और सत्ताधारी विधायक असहाय:बीजेपी सरकार में कई पावर सेंटर बने, कोई स्कीम जमीन पर नहीं उतरी

जयपुर : कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि सरकार में कई पावर सेंटर बन चुके हैं। मंत्री कुछ बोलते हैं , सरकार कुछ और बोलती है , इस तरह से मजाक चल रहा है । सरकार को चाहिए कि अब अपनी नीति साफ करें। अभी भी सरकार के पास दिल्ली से जो डायरेक्शन आते हैं उससे काम होता है। ब्यूरोक्रेसी हावी है। सत्ताधारी विधायक और मंत्री अपने आप को असहाय मान रहे हैं। अभी तो जनता भगवान भरोसे चल रही है।
पायलट ने कहा-सरकार पूरी तरह कंफ्यूज है। एसआई परीक्षा पर सरकार के मंत्री बोलते हैं परीक्षा कैंसिल करवाएंगे ,सरकार बोलती है कैंसिल नहीं कर सकते हैं । सरकार में जो गतिरोध चल रहा है उसका परिणाम जनता को भुगतना पड़ रहा है। एक स्पष्ट नीति होनी चाहिए और इसमें स्पष्ट निर्णय होना चाहिए कितने महीने हो चुके हैं पता नहीं पड़ रहा है कि सरकार चाहती क्या है ?
पायलट ने कहा- SI भर्ती से लेकर बाकी जो भर्तियां हैं सबमें अनिश्चितता की स्थिति बन गई है, जिससे जनता कंफ्यूजन में है।
सरकार कोई वादा पूरा नहीं कर पाई, कोई स्कीम धरातल पर नहीं उतार पाई
पायलट ने कहा- जनता से जो वादे किए थे, 4 लाख रोजगार की बात की थी, स्कॉलरशिप नौकरी देने की बात थी । धरातल पर कोई भी स्कीम नहीं उतर पा रही है। यह सरकार की विफलता है। राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि जिन मुद्दों पर चुनाव लड़ा और जनता से वादे किए उन्हें पूरा करे। जनता से किए वादे पूरे करने में सरकार फेल रही है।
परिसीमन पंचायत और निकाय टालने की
वन स्टेट वन इलेक्शन पर पायलट ने कहा कि सरकार की मंशा देखिए, जो चुनाव होने चाहिए उन्हें डिले कर रहे हैं, कभी परिसीमन के नाम पर कभी सेंसस के नाम पर लगातार डिले कर रहे हैं । चुनाव टालने की, डिले करने की टेक्निक चल रही है। परिसीमन पर सरकार को रुख साफ करना चाहिए।
बिधूड़ी के बयान पर बीजेपी लीडरशिप ने माफी क्यों नहीं मांगी
बीजेपी नेता रमेश बिधूड़ी के प्रियंका गांधी के गालों से सड़कों की तुलना वाले बयान पर पायलट ने कहा- बयान निन्दनीय है, मुझे आश्चर्य इस बात का है कि जो प्रियंका गांधी को लेकर स्टेटमेंट दिया उसका खंडन या उससे दूरी बनाने का काम भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को करना चाहिए था , वो नहीं किया। इस तरह के बयानों के बावजूद न बीजेपी की लीडरशिप न माफी मांग रही है ना उसे दूर कर रही है । महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचाई है उसका जवाब जनता देगी।
सरकार को कटघरे में खड़ा करेंगे
पायलट ने कहा- सरकार को एक साल हो गया है,सरकार ने जिलों को निरस्त किया है उससे जनता में आक्रोश है। हम सरकार से विधानसभा सदन के पटल पर जवाब मांगेंगे। जिस प्रकार से समीक्षा कर रहे हैं , हमारे समय में खोले इंग्लिश मीडियम के स्कूल की संख्या को कम करना चाहते हैं ,सरकार को जवाब देना होगा । इन सब महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार को कटघरे में खड़ा करेंगे ।
सरकार ने एक साल में कोई काम नहीं किया, भाषण दिए और घोषणाएं की
पायलट ने कहा कि मैं चाहूंगा कि सदन चले और सदन में सरकार जवाब प्रस्तुत करें। जनता की समस्याओं को हम मजबूती से उठाएंगे। साल भर में सरकार ने कोई काम नहीं किया ,घोषणाएं भाषण दिए हैं । इवेंट ऑर्गेनाइज किए हैं, मूलभूत सुविधाएं कानून व्यवस्था को लेकर कोई कम नहीं किया। किसान यूरिया, डीएपी के लिए तरसता रहा, सरकार को लेकर एक साल में जनता के बीच में जो अविश्वास पैदा हुआ है उसका जवाब हम मांगेंगे।