बिजली बिलों में हुई धांधली को लेकर माइनिंग डायरेक्टर से मिले लीजधारक, बकाया नहीं जोड़कर नए बिल जारी करने की मांग
जांच पूरी होने तक लीज धारकों को बकाया बिल जोड़कर नहीं देने के निर्देश, बिलों में हुआ था 50 लाख रु. का गबन

खेतड़ी नगर : केसीसी के आवासीय क्वार्टरों और दुकानों के बिलों में हुई गबन को लेकर गुरुवार को ग्रामीणों ने माइनिंग डायरेक्टर से मिलकर समस्या से अवगत करवाया। इस दौरान जांच पूरी नहीं होने तक पुराने बिलों की राशि नहीं जोड़कर नए बिल जारी करने की मांग की।
गुरुवार सुबह समाजसेवी हरीराम गुर्जर, बबलू अवाना, रविंद्र फौजी, जुगल किशोर सैनी, पूर्व उपप्रधान अमरसिंह के नेतृत्व में लीजधारकों व दुकानदारों ने माइनिंग डायरेक्टर संजीव कुमार सिंह से मुलाकात कर अपनी समस्याओं से अवगत करवाया।
लीजधारकों ने बताया कि केसीसी प्रशासन द्वारा करीब 250 लीज धारकों के 18 महीने के करीब पचास लाख रूपए बिलों का घोटाला सामने आया था। उन्हें करीब 18 माह के बिल बकाया चल रहे है तो व्यापारियों ने अपने बिल जमा करवाने की बात कही, जिस पर उन्होंने शिकायत पत्र के मार्फत बताया कि फाइनेंस विभाग में कार्यरत कर्मचारी आशीष जैन को बिल जमा करवाने के लिए रूपए दिए है, जो भी बकाया बिल बताया जा रहा है। इससे पहले अन्य किसी भी बिल में बकाया जुड़ कर नही आया। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उच्च अधिकारियों ने मामले में आशीष जैन का नाम आने के कारण निलंबित कर दिया।
लीज धारकों का कहना है कि पिछले 18 महीने से लगातार ऑनलाइन व केसीसी कर्मचारी को नगद रूपए बिल के दे रहे थे, लेकिन पिछला बिल कभी भी जुड़ कर नही आया, फिर नवंबर माह में 18 माह के बकाया बिल किस प्रकार निकाले गए है। लीज धारकों ने केसीसी प्रोजेक्ट के कम्प्यूटर विभाग व फाइनेंस के अधिकारियों की मिली भगत के कारण लाखों रूपए का गबन करने का आरोप लगा रहे है। नवंबर माह में सैंट्रल मार्केट की एक दुकानदार के करीब साढे तीन लाख रूपए, हैयर ड्रेसर दुकानदार के करीब एक लाख 26 हजार रूपए, सब्जी मंडी में एक दुकानदार के करीब 74 हजार, एक के एक लाख नौ हजार, एक लाख 48 हजार, कईयो के पचास हजार से ऊपर के बिल बकाया सामने आए।
केसीसी निदेशक बोले-जांच होने तक बकाया नहीं जोड़ेंगे
इस संबंध में माइनिंग डायरेक्टर संजीव कुमार ने जांच पूरी नहीं होने तक पुराने बिल जारी नहीं कर नए बिल जारी करने के निर्देश दिए। केसीसी कार्यपालक निदेशक जीडी गुप्ता ने कहा कि जिस भी लीजधारक ने सबूत के साथ लिखित में शिकायत दी है उसके बिलों में जांच होने तक बकाया बिल जुड़ कर नहीं आएंगे। इसके बाद लीजधाकर सहमत हो गए।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर पूर्व उपप्रधान अमरसिंह गुर्जर, जुगल किशोर, हरिराम गुर्जर, मानवधिकार संगठन आयोग उपाध्यक्ष रविंद्र फौजी, अजय केडिया, अमीलाल पूनिया, रवि सेन, बबलू शर्मा, संजय गुप्ता, रामनारायण, बबलू यादव, अशोक कुमार, रामचंद्र मीणा, जीतू शर्मा, हंसराज, हिमांशु, रामसिंह मीणा, गुलाबचंद, नफिस, विद्याधर चौधरी सहित अनेक लोग मौजूद थे।