[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

मोडा पहाड़ में पहले कचरे का ढेर लगवाया, अब इसके निस्तारण के लिए निकालने पड़े टेंडर, 4 करोड़ रु. खर्चेंगे


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
झुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

मोडा पहाड़ में पहले कचरे का ढेर लगवाया, अब इसके निस्तारण के लिए निकालने पड़े टेंडर, 4 करोड़ रु. खर्चेंगे

155.20 लाख मीट्रिक टन कचरे का ढेर लगा, ऑटो टिपर को यहां तक पहुंचाने में जेसीबी देती धक्का

झुंझुनूं : शहर में सफाई को लेकर नगर परिषद की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। नगर परिषद बोर्ड के तीन कार्यकालों में भी शहर से हर दिन निकलने वाले कचरे के निस्तारण के लिए प्रोजेक्ट धरातल पर नहीं आया। इसके चलते हर दिन शहर से निकलने वाले कचरे को मोडा पहाड़ में डाला जा रहा है।

13 साल में यहां पर 155.20 लाख मीट्रिक टन कचरा जमा हो गया। अब नगर परिषद ने 20 करोड़ रुपए के नए टेंडर निकाले हैं। इससे इस पुराने कचरे को हटाने का काम होगा। क्योंकि अब कचरा डालने के लिए जगह ही नहीं बची है। कचरा लेकर आने वाले ऑटो टीपरों को नगर परिषद की जेसीबी मशीन सहारा देकर कचरा डंप कराती है। इससे नगर परिषद को दोहरा आर्थिक नुकसान होता है। कचरे को डंप कराने में नगर परिषद के हर महीने 30 से 40 लाख रुपए अतिरिक्त खर्च हो रहे हैं। इसके लिए एक जेसीबी मशीन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे मोडा पहाड़ में लगी रहती है। जो ऑटो टीपर को टोचन करके कचरा डंप कराती है। इससे ऑटो टीपरों को हर महीने 10 लाख रुपए से ज्यादा की मरम्मत कराने पड़ रही है

2011 से केवल योजनाएं ही बना रही परिषद

2004 में नगर परिषद ने भूरासर जोहड़ में कचरा निस्तारण की योजना बनाई। इसके बाद 2011 में कचरा निस्तारण प्लांट के लिए नई योजना बना दी। इसके बाद 2018 में एक बार फिर नए सिरे से योजना बनाकर मोडा पहाड़ में कचरा डालने लगे। फिर 2021 व 2023 में दो बार नई योजना बनाकर कचरे से खाद बनाने का प्रोजेक्ट लगाने की बात कही गई। लेकिन इनमें से एक भी योजना धरातल पर नहीं उतर पाई। कचरा निस्तारण के लिए आई मशीनें भी नहीं लग पाई है। इसके कारण मोडा पहाड़ में 155.20 लाख मीट्रिक टन कचरा जमा हो गया।

झुंझुनूं मोडा पहाड़ के पास पड़ा कचरा

अब 20 करोड़ की नई योजना, 4 करोड़ रुपए पुराने कचरे के निस्तारण व 14 करोड़ रुपए प्लांट लगाने पर करेंगे खर्च

शहर के मोडा पहाड़ पर कचरा डालने के लिए जगह नहीं होने पर नगर परिषद ने एक बार फिर नए सिरे से योजना बनाई है। इसमें सबसे पहले मोडा पहाड़ के खसरा नंबर 201 में डाले गए पुराने कचरे का निस्तारण किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के लिए 20 करोड़ रुपए खर्च होंगे। जिसमें कचरा निस्तारण प्लांट यानि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए नगर परिषद ने 14 करोड़ रुपए टेंडर एलाइड एनर्जी को दिया है। वहीं पुराने कचरे के निस्तारण के लिए 4 करोड़ का टेंडर डीएच पटेल फर्म को दिया है। जो पुराने कचरे को अलग करेगा। इसके साथ कचरा स्थल पर चारदीवारी व संपर्क सड़क बनाने के लिए 50-50 लाख रुपए के दो अलग से टेंडर निकाले गए हैं।

आयुक्त  मुकेश कुमार, से सीधी बात, पुराने कचरे के निस्तारण के लिए निकाल चुके हैं टेंडर

सवाल : नगरपरिषद ने मोडा पहाड़ को कचरा स्थल में बदलकर रख दिया, ऐसा क्यों?

जवाब : शहर का कचरा पहले से ही वहां डाला जा रहा है। अब उस कचरे के निस्तारण के लिए टेंडर निकाले हैं। जल्द ही यह परेशानी दूर हो जाएगी।

सवाल : कचरा डंप कराने में नगर परिषद को 30 से 40 लाख हर माह खर्च करने पड़ रहे हैं?

जवाब : कचरा स्थल पर संपर्क रोड नहीं होने से जेसीबी लगाई हुई है। इसको लेकर अब सड़क का टेंडर कर चुके हैं। इसके बनने के बाद परेशानी दूर हो जाएगी।

सवाल : पहले भी योजना बनी थी, पर हुआ कुछ नहीं?

जवाब : अब पुराने कचरे के निस्तारण के लिए काम शुरू हो गया है। वहां मशीन लग चुकी है और पुराने कचरे को अलग-अलग करा रहे हैं। नए टेंडर छोड़े हैं। काम धरातल पर शुरू होते ही समस्या का समाधान हो जाएगा।

Related Articles