जयपुर : गलता पीठ की सेवा पूजा में लगे पुजारी और कर्मचारी मंगलवार को धरने पर बैठ गए। प्रशासन के खिलाफ पुजारी सुबह से लेकर शाम तक धरने पर बैठे रहे। पुजारियों का आरोप है कि प्रशासन ने चार महीने से मासिक वेतन नहीं दिया। कोर्ट की ओर से नियुक्त प्रशासक वेतन मांगने पर झूठे आश्वासन देकर मजाक और अपमान करते हैं। साथ ही उन्होंने अज्ञात व्यक्तियों की ओर से नकद का लालच देने का भी आरोप लगाया है।
मंदिर के पुजारी सत्य नारायण ने बताया गलता पीठ में हम करीब 60 कर्मचारी नियुक्त हैं। हम कई सालों से इस पीठ के विभिन्न मंदिरों में सेवा पूजा करते आए हैं। पिछले कुछ समय से न्यायालय के आदेश के बाद यहां का प्रबंधन जबसे प्रशासन के पास गया है। हमें वेतन नहीं दिया गया। हमें जुलाई, अगस्त, सितम्बर और अक्टूबर 2024 (4 माह) का वेतन प्राप्त नहीं हुआ है। बार-बार नियुक्त प्रशासक से लिखित में प्रार्थना करने पर भी हमारी बात कोई नहीं सुनता। बल्कि यहां नियुक्त सरकारी कर्मचारी हमको झूठे आश्वासन देकर मजाक कर अपमान करते हैं। अज्ञात परिवार के साथ खुशी से पर्व नहीं मना पाए। उच्च अधिकारियों ने भी हमें शीघ्र वेतन देने का आश्वासन दिया व्यक्तियों से नकद राशि दिलाकर हमें प्रभावित करना चाहते हैं।
पिछले 4 महीने से हमारे परिवार के आवश्यक खर्च भी अनुदान लेकर चला रहे है। चार महीने में रक्षा बन्धन, जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी, श्राद्ध पक्ष. नवरात्रि, दशहरा, धनतेरस, दीपावली, गोवर्धन, भाई दूज इत्यादि त्यौहारों पर हम वेतन के अभाव में परिवार के साथ खुशी से पर्व नहीं मना पाए।
उच्च अधिकारियों ने भी हमें शीघ्र वेतन देने का आश्वासन दिया
पुजारियों ने बताया- आज से एक महीने पहले भी हमने उपवास करके सरकार तक हमारी वेदना पहुंचायी थी। उसकी प्रतिक्रिया में उच्च अधिकारियों ने भी हमें शीघ्र वेतन देने का आश्वासन दिया था। उस पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
वहीं इस विषय पर हमने देवस्थान विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर महेंद्र देवतवाल से सम्पर्क करने की कोशिश की लेकिन उनका फोन बंद आया। गलता मंदिर में लगे देवस्थान विभाग के कर्मचारी इस विषय पर बात करने से बचते नजर आए।