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राजस्थान और हरियाणा पुलिस के बीच चालान काटने की जंग:महिला पुलिसकर्मी से किराया मांगने पर विवाद, एक-दूसरे की रोडवेज बसों पर लगा रहे जुर्माना


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राजस्थान और हरियाणा पुलिस के बीच चालान काटने की जंग:महिला पुलिसकर्मी से किराया मांगने पर विवाद, एक-दूसरे की रोडवेज बसों पर लगा रहे जुर्माना

राजस्थान और हरियाणा पुलिस के बीच चालान काटने की जंग:महिला पुलिसकर्मी से किराया मांगने पर विवाद, एक-दूसरे की रोडवेज बसों पर लगा रहे जुर्माना

जयपुर : हरियाणा की महिला पुलिसकर्मी और राजस्थान रोडवेज की बस के कंडक्टर के बीच किराए को लेकर हुई बहस ने दो स्टेट की रोडवेज और पुलिस के बीच विवाद का रूप ले लिया है। शनिवार को हरियाणा पुलिस राजस्थान रोडवेज की बसों के चालान काट रही थी। वहीं, दूसरी तरफ रविवार को राजस्थान पुलिस ने हरियाणा रोडवेज की बसों के चालान काटने शुरू कर दिए।

रोडवेज से जुड़े सूत्रों की मानें तो हरियाणा पुलिस ने जयपुर और जयपुर डीलक्स सहित विभिन्न डिपो की करीब 50 बसों पर ड्राइवर के वर्दी नहीं पहनने, सीट बेल्ट नहीं लगाने के लिए जुर्माना लगाया है। वर्दी, सीट बेल्ट और लाइसेंस के लिए चालान काटे जा रहे हैं। पुलिसकर्मियों की ओर से राजस्थान रोडवेज की बसों का चालान काट ज्यादा से ज्यादा जुर्माना वसूला जा रहा है।

वहीं, राजस्थान पुलिस ने हरियाणा रोडवेज की 26 बसों के चालान किए हैं। रोडवेज प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि वे पूरे मामले की जांच करेंगे और हरियाणा पुलिस व अन्य अधिकारियों से बात करेंगे।

डीसीपी (ट्रैफिक) सागर राणा का कहना है- जयपुर शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर कार्रवाई की जा रही है। सभी बसों और भारी वाहनों को लेकर रविवार को कार्रवाई की गई है। काटे गए चालानों में बड़ी संख्या में हरियाणा रोडवेज की बसें भी शामिल हैं।

जयपुर में हरियाणा रोडवेज की बसों के चालान काटती राजस्थान पुलिस।
जयपुर में हरियाणा रोडवेज की बसों के चालान काटती राजस्थान पुलिस।

हरियाणा की पुलिसकर्मी ने किराया देने से किया था इनकार

पिछले दिनों हरियाणा से जा रही राजस्थान रोडवेज की बस को रुकवा कर एक महिला कॉन्स्टेबल बैठी थी। बस में सफर के दौरान कंडक्टर ने टिकट के 50 रुपए मांगे। बस में टिकट नहीं लगने की कहने पर महिला पुलिसकर्मी और कंडक्टर में बहस हो गई।

कंडक्टर का कहना था कि बस राजस्थान रोडवेज की है, हरियाणा रोडवेज की नहीं। राजस्थान रोडवेज में सफर करना है तो टिकट लेना पड़ेगा। महिला पुलिसकर्मी का कहना था कि बस में उनका किराया नहीं लगता है। राजस्थान रोडवेज की बस होगी, पर अभी हरियाणा में है। बिना किराए के सफर से मना कर कंडक्टर ने महिला पुलिसकर्मी को नीचे उतरने के लिए कहा।

महिला पुलिसकर्मी ने किराया देना तो दूर नीचे उतरने से भी मना कर दिया। कंडक्टर ने बस को रोड किनारे खड़ा करवा दिया। किराया देने पर ही बस के आगे जाने की बात कही। बस में बैठी सवारियों के महिला पुलिसकर्मी को किराया देने का दबाव बनाने पर सहमति बनी।

हरियाणा पुलिस काट रही राजस्थान रोडवेज की बसों के चालान।
हरियाणा पुलिस काट रही राजस्थान रोडवेज की बसों के चालान।

वीडियो वायरल होने पर शुरू हुआ विरोध

राजस्थान रोडवेज बस कंडक्टर और हरियाणा पुलिस की कॉन्स्टेबल के किराए को लेकर बहस का वीडियो वायरल हो गया। इसके बाद हरियाणा के पुलिसकर्मी विरोध में उतर आए। हरियाणा में आने-जाने वाली राजस्थान रोडवेज की बसों को रोक कर चालान काटना शुरू कर दिया।

राजस्थान रोडवेज प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि वे पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। इस संबंध में हरियाणा पुलिस और अन्य अधिकारियों से बात करेंगे।

रोडवेज में सफर के सैलरी से कटते हैं रुपए

राजस्थान पुलिस विभाग की ओर से राजस्थान रोडवेज में पुलिसकर्मियों के सफर के लिए पहले से रुपए जमा करवाए जाते हैं। विभाग की ओर से पुलिस जवान की सैलरी से प्रति महीने 220 रुपए काटे जाते हैं। काटे गए रुपयों को राजस्थान रोडवेज को जमा करवाए जाते हैं। इसके चलते राजस्थान के पुलिसकर्मियों को स्टेट के अंदर रोडवेज में सफर के दौरान टिकट किराया नहीं देना पड़ता। राजस्थान रोडवेज की बस से दूसरे स्टेट में जाते ही सफर कर रहे पुलिसकर्मी को अलग से पेमेंट करना पड़ता है।

कंडक्टर से महिला पुलिसकर्मी की पूरी बहस…

कंडक्टर : किराया लाओ।

पुलिसकर्मी : टिकट नहीं कटती।

कंडक्टर : हमारे यहां कटती है। लाओ, 50 रुपए दो, धारूहेड़ा जाना है तो।

पुलिसकर्मी : नहीं मिलते।

कंडक्टर : क्यों नहीं मिलते? यात्रा करनी है तो लगेंगे।

पुलिसकर्मी : नहीं लगेंगे।

कंडक्टर (बस रुकने के लिए सीटी मारकर) : आ जाओ फिर, उतर लो।

पुलिसकर्मी : नहीं उतरना।

कंडक्टर : यात्रा करनी है तो किराया दो, नहीं तो उतर लो।

पुलिसकर्मी (शब्दों को खींचते हुए) : नहीं उतरना।

कंडक्टर : यात्रा करनी है कि नहीं?

पुलिसकर्मी : यात्रा करनी है।

कंडक्टर : फिर 50 रुपए दो।

पुलिसकर्मी : नहीं मिलेंगे। स्टाफ चलेगा। स्टाफ चलता है।

कंडक्टर : नहीं, कोई स्टाफ नहीं है। 50 रुपए लगेंगे।

पुलिसकर्मी : नहीं लगेंगे।

एक महिला यात्री (पुलिसकर्मी से) : अरे भाई दे दो।

पुलिसकर्मी : नहीं, हरियाणा में पुलिस का स्टाफ चलता है।

कंडक्टर : इसमें (राजस्थान बस में) नहीं चलता।

पुलिसकर्मी : हरियाणा में चलता है।

कंडक्टर : फ्लाइंग आएगी तो परेशानी हो जाएगी।

पुलिसकर्मी : कोई बात नहीं। मैं बात कर लूंगी।

कंडक्टर : डिपार्टमेंट वाले नहीं सुनते। नीयत खराब होती है।

पुलिसकर्मी : कोई बात नहीं, नीयत खराब होती है तो। अफसर आएंगे तो मैं बात कर लूंगी।

कंडक्टर : उतर लो। नहीं तो किराया दो।

पुलिसकर्मी : नहीं उतरूंगी। मैं जबरदस्ती ऐसे नहीं दे सकती। मुझे नहीं देना। इतना तो सोचो कि क्या टाइम है, लेडीज जा रही है।

कंडक्टर : गाड़ी यहीं खड़ी रहेगी। आगे नहीं जाएगी।

पुलिसकर्मी : हां तो यहीं खड़ी करके रख। जहां ले जाना है, वहां ले चल। नीचे नहीं उतरूंगी।

एक महिला यात्री : अरे थोड़ा 10-20 रुपए कम करके दे दो।

पुलिसकर्मी : नहीं दूंगी, नहीं उतरूंगी।

कंडक्टर : क्यों? सैलरी नहीं मिलता आपको?

पुलिसकर्मी : सैलरी से ही कटते हैं।

कंडक्टर : राजस्थान रोडवेज में नहीं कटते।

पुलिसकर्मी : कोई बात नहीं, नहीं कटते तो। हरियाणा में चलाओगे तो कटेंगे।

एक पुरुष यात्री : मैडम यह क्या बात हो गई? आप वर्दी में हो, किराया दे दो।

पुलिसकर्मी : तो वर्दी में होकर भी किराया लेगा?

पुरुष यात्री : मैडम यहां सभी स्टाफ हैं। ये कोई बात थोड़े ही आपकी। आपकी वजह से सभी लोग लेट हो रहे हैं। गाड़ी भी बंद करवा दी आपने।

पुलिसकर्मी : मैंने बंद नहीं करवाई है। मैं नहीं उतरूंगी।

यात्री : क्या आप भी 50 रुपए के लिए हंगामा करवा रहे हो। क्या महकमे में हो आप?

पुलिसकर्मी : महकमे में ही हैं।

यात्री : सारा महकमा ही बैठा है यहां।

पुलिसकर्मी : बैठा रहने दो। मैं नीचे नहीं उतरूंगी, किराया नहीं मिलेगा।

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