हनुमान ने लक्ष्मण के प्राण बचाने के लिए उठा लाए द्रोणगिरी पर्वत, आज होगा 40 फीट रावण पुतले का दहन
हनुमान ने लक्ष्मण के प्राण बचाने के लिए उठा लाए द्रोणगिरी पर्वत, आज होगा 40 फीट रावण पुतले का दहन

खेतड़ी नगर : केसीसी के रामलीला मैदान में सनातन धर्म समिति के तत्वाधान में चल रही दस दिवसीय रामलीला महोत्सव के आठवें दिन गुरूवार को रामलीला में हनुमान उड़ान देखने के लिए हजारों की तादाद में लोग आए। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जवाहर मैमोरियल शिक्षण संस्थान निदेशिका मंजीत थी जबकि अध्यक्षता प्रधान मनीषा गुर्जर ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप राजेश पायल, सुनीता पायल, देवकी नंदन सोनी, मनोज श्योराण, ओमप्रकाश सैनी, संजय मौजूद थे। लीला में लक्ष्मण-मेघनाथ युद्ध का दृश्य दिखाया गया जिसके दौरान ब्रह्मशक्ति से लक्ष्मण को मुर्छित किया, हनुमान ने द्रोणगिरी को उठाकर उड़ान भरी।
हनुमान बने चेतन शर्मा ने करीब 30 फिट की ऊंचाई से करीब डेढ सो मीटर तक रस्से की सहायता से हवा में उड़ान का मंचन किया। हनुमान उड़ान का दृश्य देखकर दर्शकों की धडक़न रूक गई लेकिन जैसे ही हनुमान मंच पर पहुंचे तो संकट मोचन हनुमान व श्रीराम के जयकारों से मैदान गुंज उठा। राजकुमार जलंद्रा, मुरारीलाल कर्मचंदानी, नारू व नेमीचंद के निर्देशन में राम का किरदार संजय जिदंड, लक्ष्मण का हिमांशी, सीता का राजेश नारवाल, हनुमान का राजू चौहान, रावण का चुन्नीलाल, मेघनाथ का तिपेश जांगिड़, सुग्रीव मनोहरलाल, अंजनी माता का राजेश नारवाल, अंगद हरीश शर्मा, जामवंत का राहुल, कालनेमी का सुनिल फाईटर, सीताराम ने किया।
इस अवसर पर रामलीला समिति ने भामाशाहों का सम्मान किया। इस मौके पर के अभिषेक पारीक, राजेश डाढेल, श्यामसिंह चौहान, घनश्यामदास, मुकेश मीणा, आलोक जेदिया, रमेश कुमार, मातादीन शर्मा, विजेश शर्मा, महेश शर्मा, एनके कोशिक, अमीत ठोलिया, रामवीर, राधा कृष्ण, हिम्मत बंसल, अनिल सहित हजारों की संख्या में लोग लीला का आनंद उठाया। संचालन विमल शर्मा ने किया। समिति महामंत्री अभिषेक पारीक ने बताया कि शनिवार शाम छह बजे केसीसी के नेहरू मैदान में 40 फीट रावण पुतले का दहन किया जाएंगा। उससे पूर्व शाम चार बजे रामलीला मैदान से रामलीला के कलाकारों द्वारा झांकी निकाली जाएंगी। रामलीला मैदार से प्रारंभ हुई झांकी नगर के मुख्य मार्गो से होते हुए नेहरू मैदान पहुंच कर सपंन होगी जहा पर भगवान राम व रावण के बीच युद्ध का मंचन किया जाएंगा।