खेतड़ीनगर : खेतड़ीनगर के केसीसी स्थित रामलीला मैदान में चल रही दस दिवसीय रामलीला के चौथे दिन केवट द्वारा भगवान श्री राम को सुरसुरी नदी पार कराने तथा राजा दशरथ के मरण का मंचन किया गया। रामलीला महोत्सव के मुख्य अतिथि हरपाल यादव थे। कार्यक्रम का शुभारंभ सर्वप्रथम पूजन के साथ किया गया।
इस दौरान भगवान श्रीराम ने केवट से नाव मांगी, लेकिन केवट ने नाव लाने में आनाकानी करते हुए कहा कि उसने भगवान के मर्म को समझ लिया है। वह कहता है कि तुम्हारे चरण कमलों की धूल सब लोग कहते हैं कि वह मनुष्य को बना देने वाली कोई जड़ी है। पहले तुम्हारे पांव धुलवाऊंगा, फिर नाव पर चढ़ाऊंगा। भगवान ने अपने पांव केवट से धुलवाए, इसके बाद केवट ने भगवान श्रीराम को नाव द्वारा सुरसुरी नदी पार कराया।
दशरथ के मरण का दृश्य देखकर दर्शकों की आंखों में आंसू आ गए। लक्ष्मण और सीता को वनवास जाने की आज्ञा पर अयोध्यावासियों की भावुकता देखकर राम के चरणों में गिरकर उन्हें वनवास जाने से रोकने का प्रयास करते हुए मंचन को देखकर दर्शक भी भावुक हो गए।
रामलीला में दशरथ का किरदार राजू चौहान, राम का संजय जिंदड़, लक्ष्मण का हिमांशु, सीता का राजेश नारवाल, वशिष्ठ का विजेश तिवाड़ी, भरत का मुरारीलाल कर्मचंदानी, शत्रुधन का किशोर, केवट का राजकुमार जलंद्रा, कौशल्या का राम गोपाल, कैकेयी का सुनिल फाईटर, सुमित्रा का अजय, सुमंत का हरिश शर्मा, निशांदराज का सीताराम, नेरश का मीणा, डांसर बबली, हास्य कलाकार केशर चावला, और मंत्री का मनोहर, भविष्य, कालू, सोनू आदि कलाकारों ने मंच निदेशक राजकुमार और सह निदेशक नारू व नेमीचंद के सानिध्य में शानदार मंचन किया।
इस दौरान आपसी भाईचारे की भावना को बढ़ावा देने और एक-दूसरे का सहारा बनने का आह्वान किया गया। इस मौके पर राधेश्याम पारीक, अभिषेक पारीक, श्यामसिंह चोहान, राजेश डाढेल, घनश्यामदास, मुकेश मीणा, रमेश कुमार, एनके कौशिक, मातादिन शर्मा, आलोक जैदिया, अमित ठोलिया, रामवीर चनेजा, विजेश शर्मा, महेश शर्मा, राधा कृष्ण, राजेश दौचानिया, राधेश्याम सैनी, उत्तम सोलंकी, हिम्मत बंसल, राजकुमार मरोड़िया सहित सैंकड़ों दर्शकों ने रामलीला का आनंद उठाया।