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कहानी है उस सिराज खान की:बचपन में कराची की जगह दिल्ली पहुंचा; वापस तब भेजा, जब गृहस्थी बसा ली, अब बेटी की शादी में भारत आने की मंजूरी नहीं


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कहानी है उस सिराज खान की:बचपन में कराची की जगह दिल्ली पहुंचा; वापस तब भेजा, जब गृहस्थी बसा ली, अब बेटी की शादी में भारत आने की मंजूरी नहीं

कहानी है उस सिराज खान की:बचपन में कराची की जगह दिल्ली पहुंचा; वापस तब भेजा, जब गृहस्थी बसा ली, अब बेटी की शादी में भारत आने की मंजूरी नहीं

जयपुर : ये कहानी है उस सिराज खान की, जो 1996 में महज 9 साल का था, तब गफलत में गलत ट्रेन में बैठ गया और कराची की जगह दिल्ली पहुंच गया। वापस पाकिस्तान लौटने के लिए उसने दर-दर गुहार लगाई लेकिन सुनवाई नहीं हुई। समय निकला, जवान हुआ तो 2005 में उसने मुंबई में पड़ोसन साजिदा से शादी कर गृहस्थी बसा ली। मगर अवैध प्रवासी होने के कारण 2018 में भारत ने सिराज को वापस पाक भेज दिया। अब सिराज की 18 साल की बेटी जारा की मुंबई में शादी होनी है, साजिदा अपने पति को लेने पाक गई हैं, लेकिन उन्हें भारत आने की अनुमति नहीं। मीडिया कर्मी ने पाक के मनसेहरा में रह रहे सिराज से जानी पूरी कहानी…

1996 : 9 वर्ष की उम्र में दिल्ली पहुंचा

नौ साल का सिराज गलत ट्रेन में चढ़कर कराची की जगह दिल्ली आ पहुंचा। तब वो दूसरी कक्षा में पढ़ता था। 3 साल अहमदाबाद के चिल्ड्रंस होम में रखा गया। वहां से निकलने के बाद मुंबई पहुंचा। वहां माहिम इलाके में मखदूम शाह बाबा की दरगाह में रहने लगा।

2005 : सफाई का काम किया, शादी की

सिराज होटल में सफाई का काम करने लगा और एक चाल में रहने लगा। यहीं साजिदा से मिला। उससे शादी की। इस वादे के साथ कि परिवार का साथ छोड़ पाक कभी नहीं लौटेगा।

2008 : कागजों में यहां का ना​गरिक बना

आधार कार्ड सहित जरूरी दस्तावेज बनवाकर भारतीय नागरिक बन चुका था, ताकि परिवार से मिलने कानूनी रूप से पाक जा सके।

2009 : जाने की मंजूरी मांगी, तो जेल

सिराज काे 2009 में पाक में अपने घरवालों का पता चला तो उसने वहां जाने की कोशिश की। कई लॉ इन्फोर्समेंट एजेंसी के पास गया, पर यह कहकर अनुमति नहीं मिली कि आधार यहां का है, तो आप पाकिस्तानी कैसे हैं? फिर पाक में अपने परिजनों से पहली व दूसरी कक्षा के सर्टिफिकेट मंगवाकर दिखाए। तब सीमा अवैध रूप से पार करने का केस दर्ज कर उसे जेल में डाल दिया गया। छह माह बाद जेल से छूटा तो 8 महीने तक नजरबंद रखा गया।

2018 : 10 साल केस चला, पाक भेजा

दस साल मुंबई हाई कोर्ट में केस चला और वो हार गया। 24 घंटे के भीतर मुंबई से अमृतसर ले जाया गया और वाघा बॉर्डर से डिपोर्ट कर दिया गया। वहां वीजा के लिए आवेदन किया तो पता चला, भारत नहीं जा सकता।

2024 : रिक्शा चलाकर पेट पाल रहा है

सिराज 10 मार्च 18 से पाक के मनसेहरा के पख्तूनख्वा प्रांत में किराए के कमरे में रह रहा। रिक्शा चलाकर पेट पाल रहा। इधर मुंबई में बेटी की शादी तय, परिवार को उसका इंतजार है।

साजिदा मुंबई के साइन इलाके में दो बेटों और एक बेटी के साथ रहती हैं। परिवार ने रिश्ता तोड़ दिया क्योंकि सिराज उसे छोड़कर चला गया। अब घरों में काम करके अपने बच्चों को पढ़ा रही हैं।

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