बांसवाड़ा : रबी-उल-अव्वल का चांद 4 सितंबर को नजर आने के बाद से सोमवार को ईद-ए-मिलाद-उन-नबी का मनाएगा। इस साल जश्ने ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर अंजुमन इस्लामिया पाला रोड़ बांसवाड़ा से ईद मिलादुन्नबी का जुलूस ठीक दोपहर 2 बजे सदर अंजुमन इस्लामिया बांसवाड़ा शोएब खान पठान के सदारत में निकलेगा, जिसमें शहर और गांवों के सभी मोअज्जीज हजरत और अकीदत मंद भाग लेंगे।
उक्त जानकारी देते हुए अंजुमन इस्लामिया बांसवाड़ा के जनरल सेक्रेटरी एडवोकेट इशरत उल्लाह खान पठान ने बताया की जुलूस पाला से परंपरागत मार्गों आजाद चौक, किशन पोल गेट, गांधी मूर्ति, पुराना बस स्टैंड, कस्टम रोड, तेलीवाड़ा, पृथ्वीगंज, गोरखइमली मस्जिद, कालिका माता रोड़, मकरानीवाड़ा, खटीकवाड़ा, कंधारवाड़ी होता हुआ अंजुमन इस्लामिया पर समाप्त होगा। रास्ते में जगह जगह स्वागत द्वार बना कर जुलूस का स्वागत होगा और शरबत और तबर्रुख बांटा जाएगा। समाज द्वारा शहर और गांवों में आकर्षक रोशनी और मस्जिदों पर सजावट की गई है। मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा मनाए जाने वाले त्योहारों में ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के त्योहार का विशेष महत्व है।
इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार, रबी-उल-अव्वल के महीने में इस पर्व को मनाया जाता है। जो इस्लामिक कैलेंडर का तीसरा महीना है। इस महीने को सबसे महत्वपूर्ण महीना माना जाता है। इसी महीने में पैगंबर मोहम्मद का जन्म हुआ था। मुस्लिम समाज ईद-ए-मिलाद के पर्व को उनके जन्मोत्सव के दिन को खुशी के रूप में मनाता है।