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पेपरलीक में गिरफ्तारी से बचाने के लिए वसूले 10 लाख:ट्रेनी SI को धमकाया- रैकेट में नाम है; पेपर सॉल्व कराने के स्कूल संचालक ने 8 लाख लिए


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पेपरलीक में गिरफ्तारी से बचाने के लिए वसूले 10 लाख:ट्रेनी SI को धमकाया- रैकेट में नाम है; पेपर सॉल्व कराने के स्कूल संचालक ने 8 लाख लिए

पेपरलीक में गिरफ्तारी से बचाने के लिए वसूले 10 लाख:ट्रेनी SI को धमकाया- रैकेट में नाम है; पेपर सॉल्व कराने के स्कूल संचालक ने 8 लाख लिए

जयपुर : सब इंस्पेक्टर (SI) भर्ती-2021 पेपर लीक मामले में हर दिन खुलासे हो रहे हैं। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) की जांच में सामने आया है कि परीक्षा केंद्रों से सिर्फ पेपर ही लीक नहीं हुए बल्कि स्कूल संचालक ने पैसे लेकर नकल कराई थी। जोधपुर के एक परीक्षा केंद्र के स्कूल संचालक ने जालसाजी से SI बने विजेंद्र कुमार को नकल करवाई थी। उसने एसआई भर्ती में अपनी जगह पक्की करने के लिए गैंग को 8 लाख रुपए दिए थे।

एसओजी ने पेपर लीक मामले में तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गैंग के इन्हीं बदमाशों ने पेपर लीक रैकेट में विजेंद्र का नाम होना बताकर SOG की गिरफ्तारी से बचाने की एवज में उससे 10 लाख रुपए भी वसूल लिए।

पेपर लीक रैकेट गैंग के तीन आरोपी गिरफ्तार एसओजी के ADG वीके सिंह ने बताया- सब इंस्पेक्टर (SI) भर्ती-2021 परीक्षा में ट्रेनी SI विजेंद्र कुमार (41) निवासी झुंझुनूं को पिछले रविवार को अरेस्ट किया गया था। पूछताछ में पेपर लीक रैकेट गैंग के मेंबर रितु शर्मा, अनिल सांखला और अर्जुन राम प्रजापत का नाम सामने आने पर शुक्रवार को अरेस्ट किया गया। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि विजेंद्र SI भर्ती-2021 परीक्षा में 92वें स्थान पर था।

2021 में विजेंद्र पत्नी की फ्रेंड रितु शर्मा के कॉन्टैक्ट में आया था। रितु ने जोधपुर में अपने कॉन्टैक्ट का यूज कर SI एग्जाम पास कराने की पेशकश की थी। विजेंद्र का परीक्षा केंद्र आदर्श सीनियर सेकेंडरी स्कूल चोखाना जोधपुर था। जोधपुर में हैंडीक्राफ्ट बिजनेसमैन अर्जुन राम प्रजापत से दोस्ती होने के कारण विजेंद्र ने कॉन्टैक्ट किया।

विजेंद्र के कहने पर प्रजापत ने स्कूल ऑनर अनिल सांखला से मदद मांगी। जेल में धोखाधड़ी के मामले में पहले बंद सोमेश गोदारा से स्कूल ऑनर अनिल सांखला ने कॉन्टैक्ट किया। इसके बाद सोमेश ने एग्जाम सेंटर पर क्वेश्चन पेपर सॉल्व करके विजेंद्र की मदद की। परीक्षा में अपनी जगह पक्की करने के बदले गैंग के सदस्यों को विजेंद्र ने 8 लाख रुपए का पेमेंट किया था।

मार्च-2024 में SOG की ओर से SI भर्ती-2021 परीक्षा में पेपर लीक रैकेट का पर्दाफाश किया गया। आरोपी रितु शर्मा ने इस बात का फायदा उठाकर विजेंद्र से कॉन्टैक्ट किया। विजेंद्र को धमकाया गया। कहा कि पेपर लीक रैकेट की जांच में उसका नाम भी सामने आया है।

यह भी कहा कि उनकी SOG में सेटिंग है। उन्होंने विजेंद्र को गिरफ्तारी से बचाने के लिए 10 लाख रुपए की मांग की। डर के मारे विजेंद्र ने गैंग को 2 किस्ताें में 10 लाख रुपए का पेमेंट भी किया। विजेंद्र से पूछताछ में सामने आए तथ्यों की जांच में पुष्टि होने पर SOG ने गैंग के तीनों आरोपियों को अरेस्ट किया। SOG की टीम पूछताछ के साथ जांच में जुटी हुई है।

अब तक 42 ट्रेनी एसआई हो चुके हैं गिरफ्तार सब इंस्पेक्टर भर्ती-2021 में पेपर लीक के मामले में एसओजी अब तक 42 चयनित ट्रेनी एसआई और पेपर लीक गैंग से जुड़े 30 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। अभी भी कई ट्रेनी एसआई एसओजी के रडार पर चल रहे हैं। एसओजी ने इसी साल अप्रैल में पहली बार इस एग्जाम से जुड़े ट्रेनी एसआई की गिरफ्तारी की थी।

RPSC का पूर्व सदस्य रामू राम राईका रिमांड पर सब इंस्पेक्टर (SI) भर्ती-2021 पेपर लीक मामले में राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) का पूर्व सदस्य रामू राम राईका एसओजी की रिमांड पर है। राईका को पेपर तत्कालीन आरपीएससी मेंबर बाबूलाल कटारा से मिला था।

राईका ने बेटे देवेश और बेटी शाेभा को परीक्षा से सात दिन पहले ही पेपर दे दिया था। वो दोनों भी पुलिस की गिरफ्त में हैं। इन दाेनों के समेत राजस्थान पुलिस अकादमी (आरपीए) में ट्रेनिंग ले रहे 5 एसआई को गिरफ्तार किया गया था। रामू राम राईका को 4 जुलाई 2018 को तत्कालीन बीजेपी राज (वसुंधरा राजे सरकार) के दौरान RPSC का मेंबर बनाया गया था। राईका 4 जुलाई 2022 तक मेंबर रहा।

इसके बाद एसओजी ने निलंबित मेंबर कटारा को जयपुर सेंट्रल जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर लिया।

ये RPSC के पूर्व सदस्य रामू राम राईका की बेटी और बेटा हैं।
ये RPSC के पूर्व सदस्य रामू राम राईका की बेटी और बेटा हैं।

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