जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चंद्रकांत बंका
झुंझुनूं : श्री रानी सती रोड स्थित तुलस्यान बंसल भवन में चल रही तीन दिवसीय नानी बाई को मायरो कथा का शुक्रवार को सांयकाल 6:30 बजे श्रद्धा भाव के साथ समापन हुआ। हरि शरण महाराज ने व्यास पीठ से कथा सुनाते हुए कहा कि नरसी मेहता और श्रीकृष्ण के बीच हुए रोचक संवाद को बहुत ही प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि घर में कितनी भी बहु हों, कोई अपने पीहर से कितना भी लाए, मगर ससुराल के लोगों को कभी भी धन के लिए किसी को प्रताड़ित नहीं करना चाहिए क्योकि हर किसी की आर्थिक स्थिति एक सी नहीं होती है। हरि शरण महाराज ने कहा कि यदि किसी बहन के भाई नहीं हो या परिवार गरीब हो तो उसका सहयोग करना चाहिए।
नानी बाई को मायरो कार्यक्रम के अंतिम दिन भगवान श्रीकृष्ण ने छप्पन करोड़ का मायरा भरा। नरसी भक्त ने भी कड़ी तपस्या कर भगवान को याद किया, उनको आना पड़ा और श्रीकृष्ण ने छप्पन करोड़ का मायरा भी भरा। भगवान श्रीकृष्ण के परम भक्त नरसी मेहता ने जब अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया तब उन्हें भगवान का साक्षात्कार हुआ। कथा के मध्य महाराज के भजनों पर श्रोता भक्त झूम उठे। कथा समापन पर आरती के पश्चात सभी को प्रसाद भोग वितरित किया गया।
इस अवसर पर सुभाष जालान, राजकुमार तुलस्यान, आशीष तुलस्यान, निर्मल मोदी, बंटी पंसारी, रुपेश तुलस्यान, डाक्टर डीएन तुलस्यान, नितिन रुंगटा, पवन सोनी, अरुण जालान, परमेश्वर हलवाई, पोकर सैनी, शिव प्रकाश शर्मा, बंटी मोदी सहित अन्य भक्तगण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।