जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चंद्रकांत बंका
झुंझुनूं : जिला प्रशासन तथा अन्ना फाउंडेशन तथा नूपुर संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में दिनांक 5 सितम्बर 2024 को एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया।यह कार्यक्रम बधिर समुदाय के अधिकारों, उनके समर्पित मुद्दों, और सांकेतिक भाषा के महत्व के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है।
अन्ना फाउंडेशन के सचिव डॉ कमल मीणा ने बताया कि इस आयोजन का पहला चरण प्रातः 10:00 बजे से 12:00 बजे तक ज़िला सूचना केंद्र सभागार में हिमांशु सिंह सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी की अध्यक्षता संपन्न हुआ, जिसमें बधिर समुदाय के अधिकारों के प्रति कार्यशाला आयोजित की गई।इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य बधिर समुदाय के अधिकारों को समझना, उनके सामने आने वाली चुनौतियों पर चर्चा करना, और उनके लिए उपलब्ध सरकारी योजनाओं और सुविधाओं के बारे में जागरूकता फैलाना है। कार्यशाला में सांकेतिक भाषा के प्रति जागरूक किया गया, जिससे वे बधिर समुदाय के साथ प्रभावी संचार स्थापित कर सकें।
कार्यक्रम का दूसरा चरण दोपहर 3: 00 बजे से 5:00 बजे तक जिला कलेक्टर सभागार, झुंझुनूं में आयोजित किया गया ।जिसमें बधिर समुदाय के लिए जनसुनवाई और संवाद कार्यक्रम किया गया, इस जनसुनवाई का उद्देश्य बधिर समुदाय की समस्याओं को सीधे तौर पर सुनना और उनके समाधान के लिए आवश्यक कदम उठाना रहा।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि कपिल झाझरिया डीएसओ, पीएमओ डॉ संदीप पचार , डीटीओ मखनलाल , अनुसुइया , डॉ दीपक खेदर, सीताराम बास बुडाना के अलावा ज़िले के अन्य विभागों के मुखिया रहे। कार्यक्रम के मुख्यातिथि मनोज भारद्वाज – नूपुर संस्था जयपुर , तरुण कुमार शर्मा -डेफ एडवोकेसी ऑफिसर, रहे।
इस कार्यक्रम के संयोजक डॉक्टर कमल मीणा -सचिव, अन्ना फाउंडेशन तथा सह सह संयोजक पंकज झाझड़िया -स्थानीय डेफ एडवोकेसी ऑफिसर, बधिर जागरूकता मंच, झुंझुनूं थे।
ये कार्यक्रम बधिर समुदाय के अधिकारों को सशक्त बनाने और उन्हें समाज में समानता और सम्मान के साथ जीवन जीने के लिए प्रोत्साहित करने में सकारात्मक भूमिका निभायेगा।