बीकानेर : बीकानेर के महाजन फिल्ड फायरिंग रेंज में एक बार फिर तोपों के धमाके सुनाई देने वाले हैं। इस बार भारतीय थल सेना के साथ दुनिया के शक्तिशाली देश अमेरिका के सैन्यकर्मी होंगे। नौ सितम्बर से शुरू होने वाला ये युद्धाभ्यास 22 सितम्बर तक चलेगा। ये युद्धाभ्यास अब तक का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास होगा, जिसमें दोनों देशों के बारह सौ जवान हिस्सा ले रहे हैं। भारत और अमेरिका के छह-छह सौ सैनिक इस युद्धाभ्यास के दौरान एक साथ अपनी ताकत दिखायेंगे। पहली बार इतनी बड़ी संख्या में जवान महाजन फिल्ड फायरिंग रेंज में पहुंच रहे हैं।
अभ्यास के दाैरान भारत की ओर से जहां अपनी टॉप रेंज प्रदर्शित की जाएगी, वहीं अमेरिका की ओर से पहली बार हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम तैनात किया जाएगा। यह सिस्टम लंबी दूरी तक सटीक हमले करने में सक्षम है। अभ्यास के दौरान भारत अपनी नई पीढ़ी की हथियार प्रणाली का प्रदर्शन भी करेगा। संयुक्त सैन्य अभियानों में अत्याधुनिक तकनीक को एकीकृत करने पर जोर दिया गया है। यह भारत-अमेरिका एक साथ बीसवीं बार युद्धाभ्यास कर रहा है।
भारतीय सेना दिखाएगी ताकत
इस दौरान भारतीय सेना के जवान आसमान से जमीन तक अपनी ताकत दिखायेंगे। रेत के धोरों के बीच आसमान से उतरते हुए दुश्मन के ठिकानों को खत्म करने की ट्रेनिंग का प्रदर्शन किया जाएगा। इसके साथ ही भारत में ही बने हथियारों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। भारतीय सेना अमेरिका के जवानों को इन हथियारों की ट्रेनिंग देने के साथ इंजीनियरिंग से भी अवगत कराएगी। इसी तरह अमेरिकी हथियारों की ट्रेनिंग भारत के जवान लेंगे।
जूनागढ़ का भ्रमण भी होगा
हर बार की तरह इस बार भी अंतिम दिन से पहले अमेरिकी जवान बीकानेर के ऐतिहासिक स्थानों का भ्रमण भी करेंगे। पूर्व में हुए अभ्यास के बाद भी अमेरिकी जवान बीकानेर के जूनागढ़ सहित कई ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण करते नजर आए थे। इस बार भी इसकी संभावना जताई जा रही है।