गोरीर की दुर्गम पहाड़ी पर भामाशाह ने बनवाया गणेश जी व बाबा पूर्णमल का भव्य मंदिर
23 अगस्त को हुआ मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह, उमड़ा जनसैलाब : 101 कलश की निकाली कलश यात्रा

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : अनिल शर्मा
शिमला : हैदराबाद निवासी भामाशाह आनंद संध्या गुप्ता ने ग्राम गौरीर में दुर्गम पहाड़ी पर अपने स्व पिता राम कुमार व माता माया देवी की स्मृति में बाबा पूर्णमल व गणेशजी का भव्य मंदिर बनवाया है। जिसका कार्य पूर्ण होने पर गुरुवार 22 अगस्त को रात्रि में विशाल जागरण का आयोजन किया गया जिसमें कौशिक महाराज एंड पार्टी पिलानी ने भजनों की सुंदर प्रस्तुती दी। 23 अगस्त शुक्रवार को मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह आयोजित किया गया। तथा भंडारे का भी आयोजन किया गया। 23 अगस्त को प्रात हवन किया गया हवन के बाद 101 कलश की यात्रा निकाली गई जो पूरणमल बाबा मंदिर से आरंभ होकर ग्राम के मुख्य रास्तों से होती हुई वापस मंदिर पहुंची। यात्रा में डीजे की धुन में नाचते गाते महिलाओं ने भाग लिया।
मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह विद्वान पंडितों ने करवाया जिसमें प्रवीण कौशिक महाराज, मनमोहन शर्मा, जितेन्द्र मिश्रा मुख्य थे। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मुख्य यजमान आनंद संध्या गुप्ता थे। आनंद संध्या गुप्ता ने बताया कि गौरीर हमारी मातृभूमि है मातृभूमि के प्रति हमारा पूरा लगाव है। उन्होंने बताया कि बाबा पूरणमल की प्रतिमा साढ़े 6 क्विंटल वजन की है। तथा गणेश जी की प्रतिमा साढे 3 क्विंटल की है जो बहुत ही सुंदर संगमरमर पत्थर में तरासी गई है। आनंद संध्या गुप्ता ने बताया कि पहाड़ी पर चढ़ने के सभी को परेशानी का सामना करना पड़ता था इसके लिए सीढ़ियां बनाकर रेलिंग भी लगाई गई हैं ताकि वृद्ध व्यक्ति भी आराम से चढ सके। आनंद पूजा गुप्ता ने बताया कि इन मंदिरों के निर्माण में शेर सिंह व सुभाष मान की महत्वपूर्ण भूमिका रही हैं ।
कार्यक्रम में बालकिशन अग्रवाल हैदराबाद, रीता अग्रवाल,जसनाथ महाराज, सुभाष मान, शेरसिंह मान, रामानन्द शर्मा, राजमल बोहरा, पूर्व सरपंच जसवंत सिंह, भाग सिंह मान, विद्याधर योगी, जयप्रकाश सोनी, हीरालाल, सतवीर, रोहतान, भोलाराम, शेर सिंह, ऋषभ प्रमोद, रतन लंबा, रणवीर, सुभाष योगी, संदीप योगी, पवन योगी, पंडित रमेश शर्मा, अशोक शर्मा, जितेंद्र शर्मा, पंडित मनमोहन दुधवा, रामावतार योगी, श्याम सुंदर शर्मा, ओम प्रकाश, पवन योगी, विशन शर्मा, पुरुषोत्तम शर्मा, मुकेश काजला, ओमप्रकाश योगी, प्रदीप योगी, मोहन योगी, मनजीत योगी, रामदयाल योगी, देवेंद्र योगी, नरेश योगी, कृष्ण योगी, प्रदीप, अमित, राहुल, मनोज, दीपक, मंजीत, अनिल, साहिल, रमेश, संदीप, मोहन, ओमप्रकाश, लक्ष्मीनारायण, नरेश, सोमदत्त, रामपाल, मनोज योगी, योगेश योगी, अनिल योगी, मोनू,जीतू मीणा सहित सैकड़ों ग्रामीण मोजूद थे।