कैंसर रोग के लक्षण होने पर समय पर करवाएं जांच:डीबी अस्पताल में लगाया कैंसर रोग जागरूकता शिविर, जिले में 31 अगस्त तक लगेंगे कैंप
कैंसर रोग के लक्षण होने पर समय पर करवाएं जांच:डीबी अस्पताल में लगाया कैंसर रोग जागरूकता शिविर, जिले में 31 अगस्त तक लगेंगे कैंप

चूरू : जिले में कैंसर वैन के द्वारा कैंसर रोग जांच, उपचार और जागरूकता शिविर मंगलवार को गवर्नमेंट डीबी अस्पताल में लगाया गया। सीएमएचओ डॉ. मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि शिविर का शुभारंभ विधायक हरलाल सहारण ने किया। शिविर का निरीक्षण करते हुए जिला कलेक्टर पुष्पा सत्यानी ने कहा कि कैंसर रोग के प्रारंभिक लक्षणों की पहचान कर जांच करवाकर समय पर उपचार लेकर कैंसर रोग का निदान किया जा सकता है।

सीएमएचओ ने बताया कि निदान व स्क्रीनिंग और प्राथमिक इलाज के लिए संचालित प्रिवेटिंव ऑन्कोलॉजी वैन द्वारा 20 से 31 अगस्त तक जिले में कैम्पों का आयोजन किया जाएगा। इसके तहत डीबी अस्पताल में शिविर लगाया गया। उन्होंने बताया कि शिविर में 127 रोगियों की जांच की गई। जिसमें कैंसर का एक, ब्लड प्रेशर के 30, डायबिटीज के 13, क्रोनिक डिजीज के तीन व सीओपीडी का एक मरीज मिला। शिविर में कैंसर रोग की मौके पर ही जांच की गई।
जिला कार्यक्रम समन्वयक प्रेम शंकर शर्मा ने बताया की कैंसर वैन में डॉ. अजय पाल, कृष्ण कुमार, नर्सिंग ऑफिसर निहारिका गहलोत, रेडियोग्राफर मरूण ज्वाला, रेडियोग्राफर हिमानी कटारिया, रणवीर सिंह, डॉ. नूतन, डॉ.सुभाष, डॉ. भिखमचन्द, सीएचओ अनिल सहारण, डीईओ (एनसीडी) रामदेव सिंह, ललित कुमार, रेणु कुमावत, प्रियंका भूरिया, लैब टैक्निशियन विजय कुमार ने शिविर में सेवाएं दी।
सीएचसी रतननगर में कल लगेगा शिविर
सीएमएचओ डॉ. मनोज शर्मा ने बताया कि सीएचसी रतननगर में 21 अगस्त को शिविर होगा। इसके अलावा एसडीएच राजगढ़ में 22 अगस्त, एसडीएच तारानगर में 23 अगस्त, जिला अस्पताल रतनगढ़ में 24 अगस्त, सीएचसी गोगासर में 27 अगस्त, सीएचसी दाउदसर में 28 अगस्त, सीएचसी दूधवाखारा में 29 अगस्त, एसडीएच सरदारशहर में 30 अगस्त और सीएचसी साहवा में 31 अगस्त को कैंसर रोग जांच व जागरूकता शिविर आयोजित किये जाएंगे। उन्होंने बताया कि कैंसर निदान वैन द्वारा महिलाओं के (ब्रेस्ट) स्तन व बच्चेदानी के मुंह, नाक, कान व फेफडों के कैंसर की जांच की जा रही है।
उन्होंने बताया कि मेमोग्राफी से 35 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं के स्तन में दर्द और गांठ की जांच, कॉल्पोस्कोपी से बच्चेदानी के मुंह की जांच व एण्डोस्कोपी से गले में दर्द, आवाज में बदलाव और मुंह से खून आने की जांच और एक्स-रे से खांसी, बलगम में खून आना, सांस लेने में दिक्कत की जांच की जाती है। कैंसर के प्रारंभिक लक्ष्ण में लम्बे समय से घाव जो ठीक नहीं हो रहा हो। शरीर में कहीं भी गांठ, सूजन, मुंह में लम्बे समय से छाले, मुंह कम खुलने लगना, मुंह में सफेद लाल चकते, महिलाओं में स्तन में गांठ, बच्चेदानी से असामान्य रक्त स्त्राव, भोजन निगलने में कठिनाई आदि प्रमुख है।